क्या डूसू चुनाव में एबीवीपी की जीत ने भाजपा नेताओं को प्रेरित किया?

सारांश
Key Takeaways
- एबीवीपी की जीत ने युवा शक्ति को मजबूत किया है।
- केंद्रीय नेताओं ने बधाई दी और युवाओं की सोच की सराहना की।
- यह जीत राष्ट्रभक्ति के प्रति युवाओं की जागरूकता को दर्शाती है।
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की शानदार जीत के बाद, केंद्रीय मंत्रियों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख नेताओं ने बधाई दी है। इस चुनाव में एबीवीपी के आर्यन मान ने अध्यक्ष पद, कुणाल चौधरी ने सचिव पद और दीपिका झा ने संयुक्त सचिव का पद जीता।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस जीत पर परिषद के कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह जीत युवाओं की राष्ट्र प्रथम की विचारधारा का प्रमाण है। उन्होंने लिखा, "इस विजय से परिषद की छात्र शक्ति को राष्ट्र शक्ति में परिवर्तित करने की यात्रा को और गति मिलेगी।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी युवा साथियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, "स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के अनुसार, एबीवीपी ने सदैव युवाओं को राष्ट्रवाद और निस्वार्थ सेवा की भावना से प्रेरित किया है। यह विजय दिखाती है कि युवा पीढ़ी 'राष्ट्र प्रथम' के संदेश को अपना रही है।"
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा, "यह जीत केवल एक संगठन की नहीं, बल्कि हर उस युवा की है जो राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और सेवा को अपने जीवन का मार्ग मानता है।" उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, "दिल्ली का युवा ज्ञान और एकता के विचार पर अडिग है, जिसे एबीवीपी ने दशकों पहले स्थापित किया था।"
भाजपा सांसद रवि किशन ने भी एबीवीपी के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा, "दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी की प्रचंड जीत विद्यार्थियों के अटूट विश्वास की जीत है।"