क्या सैम पित्रोदा जैसे लोगों को चार्टर्ड फ्लाइट से पाकिस्तान भेजा जाना चाहिए? - आनंद दुबे

सारांश
Key Takeaways
- सैम पित्रोदा का विवादास्पद बयान
- शिवसेना की तीखी प्रतिक्रिया
- धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर आनंद दुबे का नजरिया
- केंद्रीय मंत्री तोखन साहू की प्रतिक्रिया
- अदाणी समूह को सेबी से मिली क्लीन चिट पर चर्चा
मुंबई, १९ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के करीबी सहयोगी सैम पित्रोदा के हालिया बयान ने सियासी जगत में हलचल मचा दी है। एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने उल्लेख किया कि उनकी हालिया पाकिस्तान यात्रा के दौरान उन्हें वहां "घर जैसा" अनुभव हुआ और उन्हें ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वे किसी अन्य देश में हैं। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पार्टी प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि राहुल गांधी को सैम पित्रोदा जैसे लोगों की पहचान कर उन्हें चार्टर्ड फ्लाइट से पाकिस्तान भेज देना चाहिए, ताकि वे वहां जाकर खुश रहें और बस जाएं। हमारे देश में ऐसे लोगों की कोई आवश्यकता नहीं है, जो इस प्रकार के विवादित बयान दें।
अदाणी समूह को सेबी से मिली क्लीन चिट पर आनंद दुबे ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "जब किसी जांच एजेंसी द्वारा किसी को क्लीन चिट दिया जाता है तो इसे स्वागत किया जाना चाहिए। अगर किसी पर आरोप होते हैं और वह निर्दोष साबित होता है, तो यह जश्न मनाने वाली बात है।"
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के हालिया बयान पर भी निशाना साधा। धीरेंद्र शास्त्री ने धर्मांतरण के संदर्भ में कहा था कि वे किसी धर्म या मजहब के विरोधी नहीं हैं, लेकिन उन्हें अपने धर्म की चिंता है, जिसमें कई लोग धर्मांतरण का शिकार हो रहे हैं।
इस पर दुबे ने कहा, "धीरेंद्र शास्त्री कथा वाचक हैं, उनका कार्य लोगों के बीच नफरत फैलाना नहीं है। उन्हें अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए, न कि ऐसे बयान देने चाहिए जो समाज में तनाव उत्पन्न करें।"
सैम पित्रोदा के पाकिस्तान संबंधी बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सैम पित्रोदा भारत में रहते हुए देश के खिलाफ बोलते हैं। पाकिस्तान जैसे देश के प्रति उनकी यह नरमी भारत के हितों के विपरीत है।"