क्या द्वारका पुलिस ने 12 घंटे में लूट का मामला सुलझाया?

सारांश
Key Takeaways
- द्वारका पुलिस ने 12 घंटे में लूट का मामला सुलझाया।
- चार अंतरराज्यीय लुटेरों को गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तारियों के दौरान तीन लूटे गए वाहन बरामद हुए।
- आरोपियों के पास से देसी पिस्तौल और कारतूस मिले।
- पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की।
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। द्वारका दक्षिण पुलिस स्टेशन की टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए चार अंतरराज्यीय चोरों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन लूटे गए वाहन, मोबाइल, कार की चाबी और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। ये आरोपी कुल पांच वारदातों में शामिल थे।
द्वारका साउथ थाने में 26 सितंबर की रात एक कैब ड्राइवर से लूट की सूचना मिली थी। ड्राइवर ने बताया कि सिग्नेचर ब्रिज से द्वारका सेक्टर 9 के लिए उसकी कैब बुक की गई थी। रात 2 बजे जब वह बुकिंग स्थल पर पहुंचा, तो एक अर्टिगा कार पास आई, जिसमें से एक बदमाश ने बाहर निकलकर ड्राइवर के माथे पर देसी पिस्तौल सटा दी और उसका पर्स, मोबाइल और कार की चाबियां छीनकर भाग गया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने कई टीमें बनाकर केवल 12 घंटे के अंदर मामले को सुलझा लिया। इस कार्रवाई से डकैती, कार चोरी और लूट के पांच मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इन शातिर अपराधियों के पास से तीन लूटे गए वाहन, तीन लूटे गए मोबाइल फोन, कार की चाबी, आरसी, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। साथ ही, उनके कब्जे से एक देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस भी मिला है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसएचओ राजेश कुमार साह के नेतृत्व और एसीपी किशोर कुमार रेवाला के मार्गदर्शन में एएसआई महावीर, करण सिंह, हेड कांस्टेबल प्रवीण यादव, सुरेंद्र, कुलदीप और तुषार की एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की और तकनीकी निगरानी के साथ मुखबिरों से जानकारी प्राप्त की।
मुखबिर की सूचना पर टीम ने छावला क्षेत्र से दो आरोपी सोहिताब और जुनैद को पकड़ने के लिए उनका पीछा किया। पुलिस को देखते ही आरोपी भागने लगे। पुलिस ने 10 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर तीसरे आरोपी जावेद को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने अगले दिन गैंग के सरगना अलाउद्दीन को भी छावला क्षेत्र से गिरफ्तार किया। उसके पास से देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि अलाउद्दीन ने अपने साथियों को ड्राइवर को सुनसान जगह पर ले जाने का निर्देश दिया था।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि अलाउद्दीन पहले 10 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। अलाउद्दीन और उसके साथियों ने हरियाणा के नूंह और दिल्ली के तिमारपुर क्षेत्र से अर्टिगा और स्विफ्ट डिजायर जैसी कई कारें लूटी थीं।