क्या ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री पेरियासामी से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की?

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क्या ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री पेरियासामी से जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी की?

सारांश

ईडी की छापेमारी ने तमिलनाडु के राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। क्या यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है या सत्ता का दुरुपयोग? जानिए इस ताजा घटनाक्रम के सभी पहलुओं को और उसके पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • ईडी ने मंत्री पेरियासामी से जुड़े संपत्तियों पर छापेमारी की।
  • छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान जब्त किया गया।
  • राजनीतिक हलचलों के बीच केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

चेन्नई, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तमिलनाडु के मंत्री आई. पेरियासामी और उनके परिवार से संबंधित कई स्थानों पर छापेमारी की। ये छापे चेन्नई के ग्रीनवेज रोड स्थित उनके निवास, तिरुवल्लीकेनी के विधायक गेस्ट हाउस, और मदुरैडिंडीगुल में उनकी संपत्तियों पर किए गए।

ये तलाशी संदिग्ध धन शोधन और अवैध वित्तीय लेनदेन की जांच का हिस्सा हैं।

इस कार्रवाई के दौरान तनाव तब उत्पन्न हुआ जब मंत्री के ग्रीनवेज रोड स्थित घर के पास लोगों ने ईडी अधिकारियों को परिसर में प्रवेश करने से रोका।

छापेमारी के दौरान, इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। छापेमारी अभी भी जारी है, और बताया जा रहा है कि अधिकारी संपत्ति और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। इस कार्रवाई को तमिलनाडु में केंद्रीय एजेंसियों के हस्तक्षेप के एक व्यापक पैटर्न के रूप में देखा जा रहा है।

इस वर्ष की शुरुआत में, ईडी ने टीएएसएमएसी में 1,000 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं की जांच की थी और निविदा प्रक्रियाओं, शराब की बोतलों पर बढ़े हुए शुल्क और लाइसेंसिंग में हेराफेरी की जांच की थी।

टीएएसएमएसी के प्रबंध निदेशक सहित वरिष्ठ अधिकारियों के आवासों के साथ-साथ कई डिस्टिलरी संचालकों के कार्यालयों पर भी छापे मारे गए।

हालांकि, यह मामला एक बड़े कानूनी विवाद में बदल गया। सुप्रीम कोर्ट ने मई में जांच पर रोक लगा दी थी और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी थी कि एजेंसी एक सरकारी निगम पर छापा मारकर संवैधानिक सीमाओं का उल्लंघन कर रही है और संघीय ढांचे का उल्लंघन कर रही है।

एजेंसी ने हाल ही में सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय द्वारा शुरू की गई भ्रष्टाचार जांच में आरोपी पूर्व पर्यावरण अधिकारी एस. पांडियन से जुड़े एक मामले में भी छापेमारी की थी।

इन अभियानों के दौरान, बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, चांदी, हीरे और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए, जिससे जांच की जा रही कथित अनियमितताओं के पैमाने का पता चलता है।

मंत्री पेरियासामी पर छापेमारी के साथ, तमिलनाडु के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होने वाली है।

सत्तारूढ़ द्रमुक ने पहले भी केंद्रीय एजेंसियों पर अपने नेताओं को निशाना बनाने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, जबकि विपक्ष ने जोर देकर कहा है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए ऐसी जांच जरूरी है।

Point of View

हमें यह समझने की आवश्यकता है कि इस प्रकार की छापेमारी केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कदम नहीं है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे केंद्रीय एजेंसियाँ राजनीतिक हलचलों में अपनी भूमिका निभाती हैं। हमें इस मुद्दे की गहराई में जाकर निष्पक्षता से विचार करना चाहिए।
NationPress
16/08/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने किस मंत्री पर छापेमारी की?
ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री आई. पेरियासामी पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान क्या-क्या जब्त किया गया?
छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, चांदी, हीरे और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए।
क्या यह छापेमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ है?
हां, यह छापेमारी संदिग्ध धन शोधन और अवैध वित्तीय लेनदेन की जांच का हिस्सा है।
इस छापेमारी का राजनीतिक प्रभाव क्या होगा?
इस छापेमारी के बाद तमिलनाडु के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होने की संभावना है।
ईडी के खिलाफ क्या आरोप लगाए गए हैं?
द्रमुक ने आरोप लगाया है कि ईडी अपने नेताओं को निशाना बनाने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है।