क्या ईडी की कार्रवाई में करोड़ों की नगदी और आभूषण बरामद हुए?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी द्वारा की गई कार्रवाई में बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई।
- सोने और हीरे के आभूषणों की कुल कीमत 8.80 करोड़ रुपए है।
- इस कार्रवाई में संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में एक प्रमुख कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में नकदी, सोने-हीरे के आभूषण और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं। यह कार्रवाई 30 दिसंबर 2025 को आरंभ हुई थी और यह अभी भी जारी है।
ईडी ने यह तलाशी अभियान इंदरजीत सिंह यादव, उसके सहयोगियों, अपोलो ग्रीन एनर्जी लिमिटेड तथा उससे जुड़ी अन्य संस्थाओं/व्यक्तियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत चल रही जांच के दौरान किया।
जांच में पता चला है कि इंदरजीत सिंह यादव पर अवैध वसूली, प्राइवेट फाइनेंसरों से जबरन कर्ज वसूलने, हथियारों के बल पर धमकी देने और इन गैरकानूनी गतिविधियों से कमीशन कमाने के आरोप लगे हैं। इस सिलसिले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच की गई।
यह जांच हरियाणा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज 15 से अधिक एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर शुरू की गई थी। ये मामले शस्त्र अधिनियम, 1959, बीएनएस, 2023 और भारतीय दंड संहिता, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए हैं।
30 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली के सर्वप्रिय विहार स्थित अमन कुमार, जो इंदरजीत सिंह यादव का सहयोगी माना जाता है, के ठिकाने पर की गई तलाशी में ईडी को महत्वपूर्ण बरामदगी हुई।
इस दौरान लगभग 5.12 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए, जिसकी गिनती के लिए बैंक अधिकारियों और कैश काउंटिंग मशीनों को बुलाया गया। एक सूटकेस में सोने और हीरे के आभूषण भी मिले, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 8.80 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इसके अलावा, एक बैग में चेक बुक और संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए, जिनकी कुल अनुमानित कीमत लगभग 35 करोड़ रुपए है। ईडी ने इन्हें जब्त कर लिया है।
ईडी अधिकारियों के अनुसार, मामले से जुड़े अन्य ठिकानों पर भी तलाशी अभियान जारी है और जांच के आगे बढ़ने के साथ और खुलासे होने की संभावना है।