क्या कोर्ट के आदेश के बाद ईडी ने 63.52 करोड़ की संपत्तियों की वापसी की प्रक्रिया शुरू की?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी की कार्रवाई से निवेशकों के हितों की रक्षा हो रही है।
- विशेष कोर्ट ने न्याय की प्रक्रिया को तेज किया है।
- धोखाधड़ी योजनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई आवश्यक है।
- 5,000 निवेशकों के दावे इस मामले की गंभीरता को दर्शाते हैं।
- भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
इम्फाल, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इम्फाल ईस्ट की विशेष कोर्ट (पीएमएलए) के आदेश के फलस्वरूप प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के इम्फाल सब-जोनल ने लामजिंगबा फाइनेंस से संबंधित मामले में 63.52 करोड़ रुपए की जब्त की गई संपत्तियों की वापसी की प्रक्रिया सफलतापूर्वक प्रारंभ कर दी है। इस आदेश के तहत लगभग 5,000 निवेशकों के दावों को नीलामी के माध्यम से जब्त संपत्तियों से पुनः प्राप्त करने के लिए रिकॉर्ड पर रखा गया है।
ईडी ने इस मामले में विशेष अदालत के समक्ष एक पूरक अभियोजन शिकायत प्रस्तुत की है, जिसमें पहले जब्त की गई 1.87 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्तियों को पुनः जब्त करने का अनुरोध किया गया है।
ईडी ने मणिपुर पुलिस द्वारा सनासम जैकी सिंह और लामजिंगबा ग्रुप ऑफ कंपनीज के अन्य अधिकारियों के खिलाफ दर्ज 7 एफआईआर के आधार पर जांच आरंभ की। जांच में यह सामने आया कि सनासम जैकी सिंह की अध्यक्षता में लामजिंगबा ग्रुप ऑफ कंपनीज एक धोखाधड़ी 'निवेश-जमा योजना' चला रहा था, जिसने निवेशकों को अत्यधिक रिटर्न का वादा किया और परिणामस्वरूप कई भोले-भाले निवेशकों को धोखा दिया। इन पैसों का उपयोग विभिन्न संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए किया गया था।
सनासम जैकी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी चल एवं अचल संपत्तियां जब्त कर ली गईं। 20 मार्च 2023 को उनके खिलाफ विशेष कोर्ट के समक्ष अभियोजन शिकायत दर्ज की गई थी। ईडी ने शिकायत में 63.52 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने की प्रार्थना की। आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए गए हैं।
विशेष न्यायालय, इम्फाल पूर्व ने 21 मार्च 2025 को एक आदेश पारित करते हुए धन शोधन निवारण (संपत्ति पुनर्स्थापना) नियम, 2016 की धारा 3(ए) के अनुसार कुर्क की गई संपत्तियों की वापसी के लिए इच्छुक व्यक्तियों से दावे आमंत्रित करने का निर्देश दिया और उसे दो समाचार पत्रों में प्रकाशित भी किया। इसके बाद लगभग 5,000 निवेशकों ने माननीय न्यायालय के समक्ष अपने दावे प्रस्तुत किए हैं।