क्या 'डंकी रूट' से अमेरिका भेजने वाले गिरोह के ठिकानों पर ईडी की रेड में 4.62 करोड़ नकद और 19 करोड़ के सोने-चांदी बरामद हुए?

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क्या 'डंकी रूट' से अमेरिका भेजने वाले गिरोह के ठिकानों पर ईडी की रेड में 4.62 करोड़ नकद और 19 करोड़ के सोने-चांदी बरामद हुए?

सारांश

जालंधर प्रवर्तन निदेशालय ने 'डंकी रूट' से अमेरिका भेजने वाले गिरोह के खिलाफ चल रही जांच में कई चौंकाने वाले सबूतों का खुलासा किया है। खोजबीन में 4.62 करोड़ रुपए नकद और 19 करोड़ रुपए की कीमती धातु बरामद की गई। यह लेख इस महत्वपूर्ण मामले की सभी जानकारियों को उजागर करता है।

Key Takeaways

  • ईडी ने 'डंकी रूट' के खिलाफ छापेमारी की।
  • 4.62 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए।
  • 19 करोड़ रुपए के सोने-चांदी की बरामदगी हुई।
  • गिरोह मैक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजता था।
  • डीजी ने डिजिटल सबूत और दस्तावेज प्राप्त किए।

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जालंधर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर किए हैं।

यह छापेमारी कुख्यात ‘डंकी रूट’ के माध्यम से मैक्सिको होकर लोगों को अमेरिका भेजने वाले गिरोह के खिलाफ चल रही जांच का एक हिस्सा है। जांच एजेंसी ईडी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी साझा की।

ईडी की प्रारंभिक जांच में इस अवैध व्यापार से संबंधित कई ठोस सबूत और वित्तीय लेनदेन के प्रमाण सामने आए हैं।

ईडी के अनुसार, दिल्ली स्थित एक ट्रैवल एजेंट के ठिकाने से 4.62 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए, जबकि उसके पास से 313 किलोग्राम चांदी और 6 किलोग्राम सोने के बुलेटिन भी मिले हैं। बरामद की गई इस कीमती धातु की कुल कीमत लगभग 19.13 करोड़ रुपए बताई जा रही है।

ईडी के अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी के दौरान अन्य सहयोगियों के साथ की गई चैट, लेनदेन और डंकी रूट में संलिप्तता से जुड़े कई महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत भी प्राप्त हुए हैं।

ईडी ने बताया कि जांच के दौरान हरियाणा में एक प्रमुख डंकी एजेंट के स्थान से मिले दस्तावेजों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि यह एजेंट उम्मीदवारों को मैक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजने के लिए उनसे बड़ी रकम वसूलता था और भुगतान सुनिश्चित करने के लिए उनकी संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों को अपने पास रखता था।

संपत्ति के दस्तावेजों को वह एक प्रकार की जमानत के रूप में रखता था, ताकि भुगतान में कोई समस्या न हो।

ईडी की तरफ से जारी प्रेस नोट में आगे बताया गया कि अन्य स्थानों पर की गई तलाशी में भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनसे पूरे नेटवर्क के विस्तार और धन प्रवाह की जानकारी मिलने की उम्मीद है।

एजेंसी अब बरामद सामग्री का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है ताकि मानव तस्करी के इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, हवाला फंडिंग और संपत्ति से संबंधित अवैध लेनदेन की परतें खोली जा सकें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि मानव तस्करी और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। ईडी की यह पहल हमारे समाज को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें ऐसे गिरोहों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा जिनका मकसद केवल लाभ कमाना है।
NationPress
19/12/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने छापेमारी क्यों की?
ईडी ने 'डंकी रूट' से अमेरिका भेजने वाले गिरोह के खिलाफ अवैध गतिविधियों की जांच के तहत छापेमारी की।
बरामद की गई राशि कितनी थी?
ईडी ने 4.62 करोड़ रुपए नकद और 19 करोड़ रुपए के सोने-चांदी बरामद किए।
यह गिरोह कैसे काम करता था?
यह गिरोह मैक्सिको के रास्ते उम्मीदवारों को अमेरिका भेजता था और इसके लिए भारी रकम वसूलता था।
ईडी को क्या सबूत मिले?
ईडी को डिजिटल सबूत, दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री मिली है जो गिरोह के नेटवर्क को उजागर करती है।
आगे की कार्रवाई क्या होगी?
ईडी बरामद सामग्री का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है ताकि मानव तस्करी और अवैध लेनदेन की परतें खोली जा सकें।
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