क्या कांग्रेस अपनी नीति और नेतृत्व के कारण हार रही है, या कुछ और?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस को अपनी नीतियों और नेतृत्व पर ध्यान देना चाहिए।
- भाजपा का प्रदर्शन बेहतर है, विशेषकर पश्चिम बंगाल में।
- राहुल गांधी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
- ममता बनर्जी की चिंताएं बांग्लादेशी घुसपैठियों के नामों को लेकर हैं।
- सुरक्षागार्डों की भूमिका को संसद हमले के दौरान याद किया गया।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने शनिवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पार्टी के निरंतर निराशाजनक प्रदर्शन की आलोचना करते हुए उनकी नीतियों पर सवाल उठाए।
शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कांग्रेस में अब आंतरिक आवाजें उठ रही हैं। कांग्रेसियों को समझ आ गया है कि वे ईवीएम और एसआईआर की वजह से नहीं, बल्कि अपनी नीति और नेतृत्व के कारण हार रहे हैं। कांग्रेस के पास न तो नेता हैं, न नीति और न ही नेतृत्व है। मल्लिकार्जुन खड़गे केवल नाम के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस के नेताओं को यकीन हो गया है कि राहुल गांधी पार्टी को डूबो रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र, हरियाणा में हार, दिल्ली में शून्य और बिहार में छह सीटों पर सिमटी कांग्रेस के नेताओं का पार्टी से मोहभंग होने लगा है। जिस तरह से अश्विनी कुमार ने सवाल उठाया, उसी तरह कांग्रेस के नेता भी सवाल उठा रहे हैं कि उन्हें अपने अंदर झांकने की जरूरत है, न कि चुनाव आयोग को दोष देने की।"
भाजपा प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एसआईआर का विरोध करने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "बिहार में एसआईआर हुआ, जिस पर किसी ने शिकायत नहीं की। एक वैध मतदाता भी नहीं आया, जिसने कहा हो कि उसका वोट कट गया है। बल्कि जिनका निधन हो गया था, जिनके नाम दो जगह थे, उन सभी का वोट कटा। एसआईआर बहुत अच्छे से हुआ।"
उन्होंने आगे कहा, "ममता बनर्जी इस बात से चिंतित हैं कि कहीं बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम न कट जाएं। कई वोटर्स के नाम उन्होंने एक विधानसभा की जगह चार-चार विधानसभा में रखे हैं। अगर अवैध नाम कट जाएंगे, तो ममता को इससे नुकसान होगा। इसलिए वे पहले से ही हार का ठीकरा एसआईआर पर थोपना चाहती हैं। इस बार पश्चिम बंगाल में भाजपा का आना सुनिश्चित है।"
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर शाहनवाज हुसैन ने कहा, "हर किसी में राष्ट्रभक्ति होनी चाहिए, देश को आगे बढ़ाने के लिए। जब तक राष्ट्रभक्ति नहीं होगी, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा। कई लोग हैं, जो वंदे मातरम का विरोध करते हैं। कई लोगों को भारत माता की जय बोलने में कठिनाई होती है। ऐसा नहीं चल सकता।"
संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर उन्होंने कहा, "जब हमला हुआ, उस समय मैं संसद का सदस्य था और नागरिक उड्डयन मंत्री था। हमलावर ने एक बड़ी साजिश रची थी और भारत के लोकतंत्र की आत्मा पर हमला करने का काम किया था। सुरक्षागार्डों ने अपने प्राणों की आहूति देकर हमारी रक्षा की थी; हमें उन्हें याद करना चाहिए।"
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने हाल ही में सिनेमा में रिलीज हुई धुरंधर फिल्म की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म हिट हो रही है; सभी इसे देख रहे हैं।