क्या सिर्फ खेती से किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है? शिवराज सिंह चौहान
सारांश
Key Takeaways
- आय बढ़ाने के लिए विविधीकरण जरूरी है।
- डेयरी और पशुपालन सहायक गतिविधियाँ हैं।
- स्थायी कमाई के लिए अनुसंधान की आवश्यकता है।
- महिला किसानों को समर्थन देना चाहिए।
- पर्यावरण जागरूकता के लिए पौधारोपण महत्वपूर्ण है।
भोपाल, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को बताया कि किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए केवल खेती पर निर्भर नहीं रह सकते। उन्हें डेयरी और पशुपालन जैसी सहायक गतिविधियों को अपनाना चाहिए।
विदिशा में नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनडीआरआई) द्वारा आयोजित किसान संगोष्ठी में बोलते हुए, चौहान ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अनुसूचित जाति (एससी) के किसानों सहित एक बड़ी सभा को बताया कि स्थायी कमाई के लिए विविधीकरण आवश्यक है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज के समय में किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए केवल खेती पर निर्भर नहीं रह सकते। उन्हें अन्य गतिविधियों को भी अपनाना चाहिए। दूध उत्पादन और गाय पालन उन किसानों के लिए बहुत सहायक होगा जिनके पास छोटी जमीन है।
उन्होंने बताया कि पशुपालन ग्रामीण आय बढ़ाने का एक प्रभावी उपाय साबित हुआ है और एनडीआरआई वर्कशॉप इस क्षेत्र में किसानों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। कार्यक्रम के बाद, कृषि मंत्री ने महिला किसानों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।
2007 में आरंभ की गई लाडली लक्ष्मी योजना और 2022 में शुरू की गई लाडली बहना योजना के लिए 'मामा' के नाम से मशहूर चौहान ने दिन में पहले भोपाल में एक पौधा भी लगाया, जो पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने की उनकी रोजाना की आदत का हिस्सा है।
इस बीच, उनके भोपाल पहुंचने और सुरक्षा कवच में अचानक बढ़ोतरी से अटकलें लगने लगीं। पार्टी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि बढ़ी हुई सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा समय-समय पर की जाने वाली समीक्षा का एक हिस्सा थी।
भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश और दिल्ली दोनों सरकारों को उनकी सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए गए थे।