क्या फरार स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ एलओसी जारी किया गया है?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ एलओसी जारी किया है।
- जांच में 9 यूएन नंबर प्लेट बरामद हुई हैं।
- छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं।
- पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की है।
- यह मामला महिलाओं के प्रति यौन हिंसा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश है।
नई दिल्ली, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कथित यौन शोषण मामले में फरार स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। इस संदर्भ में पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद के खिलाफ एलओसी जारी किया है, ताकि वह विदेश भागने में सफल न हो सके।
दिल्ली पुलिस को श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ जांच में लगभग ९ 'यूएन' लिखी नंबर प्लेट मिली हैं।
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि बाबा चैतन्यानंद अक्सर लाल गाड़ी में नंबर प्लेट बदलते रहते थे। सभी नंबर प्लेट पर 'यूएन' लिखा होता था, और केवल नंबर प्लेट पर अंक बदल दिए जाते थे।
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं से अपशब्द बोलने, अश्लील संदेश भेजने और शारीरिक संपर्क के लिए दबाव बनाने के आरोप हैं। अधिकारियों ने खुलासा किया कि कई छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी स्वामी चैतन्यानंद ने कथित तौर पर उन्हें अपनी मांगें मानने या गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
यह मामला अगस्त के पहले सप्ताह में सामने आया, जब १७ महिलाओं ने डिफेंस कॉलोनी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद संस्थान की लगभग ५० छात्राओं के साथ व्हाट्सऐप चैट भी सामने आईं। इस मामले में पुलिस ने संस्थान के तीन वार्डन के बयान दर्ज किए हैं। तीनों पर चैतन्यानंद को आपत्तिजनक संदेश डिलीट करने में मदद करने का आरोप है।
जब यह मामला उजागर हुआ, उस समय चैतन्यानंद लंदन में थे, लेकिन उनका आखिरी पता आगरा में मिला। बाद में उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की, लेकिन इसे जल्द ही वापस ले लिया। उसी समय से स्वामी चैतन्यानंद फरार हैं।
चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ पहले भी यौन अपराध के मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी के खिलाफ साल २००९ और २०१६ में यौन शोषण का मामला दर्ज किया गया था। पहला मुकदमा डिफेंस कॉलोनी में और दूसरा वसंत कुंज उत्तर में दर्ज हुआ था।
फिलहाल, दिल्ली पुलिस आरोपी की तलाश में राष्ट्रीय राजधानी के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान में छापेमारी कर रही है।