क्या फर्रुखाबाद में गुरु नानक देव के 556वें प्रकाश पर्व पर शोभायात्रा निकाली गई?

Click to start listening
क्या फर्रुखाबाद में गुरु नानक देव के 556वें प्रकाश पर्व पर शोभायात्रा निकाली गई?

सारांश

फर्रुखाबाद में गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व पर भव्य शोभायात्रा आयोजित की गई। इस शोभायात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शामिल हुई। पंच प्यारे की अगुवाई में यह शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए गुरुद्वारा तक पहुंची। जानिए इस अद्भुत आयोजन के बारे में।

Key Takeaways

  • गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।
  • शोभायात्रा में पंच प्यारे की अगुवाई होती है।
  • शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालु सेवा और विनम्रता का संदेश देते हैं।
  • घटनाओं में स्थानीय समाज का सहयोग महत्वपूर्ण होता है।
  • धार्मिक आयोजनों से समाज में एकता और भाईचारा बढ़ता है।

फर्रुखाबाद, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में श्री गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा, लोहाई रोड द्वारा नगर में एक भव्य नगर कीर्तन शोभायात्रा का आयोजन किया गया। यह शोभायात्रा पंच प्यारे की अगुवाई में संपन्न हुई, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा और वरिष्ठ श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए।

शोभायात्रा में सिखलाई रेजिमेंट के जवान एक आकर्षक बैंड दल के साथ चल रहे थे, जिनकी धुनों पर गुरु नानक देव जी के कीर्तन और भजन गूंजते रहे। महिलाएं और युवतियां लगातार गुरु का गुणगान करती रहीं और मार्ग में सफाई करते हुए सेवा और विनम्रता का संदेश देती चलीं। शोभायात्रा के दौरान सिख युवाओं ने पारंपरिक हथियारों से हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिन्हें देखने के लिए राहगीरों और श्रद्धालुओं की भीड़ ठहरती चली गई। यह करतब प्रदर्शन शोभायात्रा का आकर्षण और बढ़ा दिया।

शोभायात्रा गुरुद्वारा कर्नलगंज, फतेहगढ़ से प्रारंभ होकर आईसीआईसीआई बैंक, गाड़ी खाना, पूर्व एलआईसी कार्यालय, कोतवाली फतेहगढ़, मिरदौली चौराहा, कुतुबुद्दीन दयार, नालंदा हॉस्पिटल, लाल गेट, घुमना बाजार, नेहरू रोड और चौक होते हुए लोहाई रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब पहुंची, जहां विधिपूर्वक शोभायात्रा का समापन हो गया। शहर के विभिन्न स्थानों पर संगत और सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा, जलपान और सत्कार कर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया।

गुरुद्वारा परिसर पहुंचकर शब्द-कीर्तन और अरदास संपन्न हुई, जिसके पश्चात गुरु का पवित्र लंगर प्रेम और सेवा भाव के साथ वितरित किया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने नगर कीर्तन में सम्मिलित सभी संगतों, समाजसेवी संस्थाओं तथा स्थानीय प्रशासन का हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया और गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं के अनुरूप सद्भाव, भाईचारे, सेवा और सत्य मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

शोभायात्रा को लेकर सरदार तोषित प्रीत सिंह ने कहा, "गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व के अवसर पर नगर कीर्तन आयोजित किया गया है। फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ की संगत ने मिलकर यह आयोजन किया है। फतेहगढ़ के गुरुद्वारा कर्नलगंज से शोभायात्रा शुरू होकर पूरे फतेहगढ़ का भ्रमण करते हुए लाल गेट पर पहुंची और उसके बाद घुमना, नेहरू रोड होते हुए लोहाई रोड पर गुरुद्वारा तक जाएगी।"

Point of View

मैं इस प्रकार के आयोजनों को एकता और भाईचारे का प्रतीक मानता हूं। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन है, बल्कि समाज में सद्भाव और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देता है। ऐसे आयोजन हमारे समाज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
NationPress
08/11/2025

Frequently Asked Questions

गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व कब मनाया जाता है?
गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
इस शोभायात्रा में कौन शामिल था?
शोभायात्रा में छोटे बच्चे, युवा, और वरिष्ठ श्रद्धालु शामिल हुए।