क्या तेज प्रताप और रवि किशन की पटना एयरपोर्ट पर हुई मुलाकात ने अटकलें बढ़ा दी हैं?
सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव और रवि किशन की मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को जन्म दिया।
- रवि किशन ने महागठबंधन पर तीखा हमला किया।
- भाजपा सांसद ने बिहार के विकास की बात की।
- 14 नवंबर को डबल इंजन वाली सरकार का दावा।
- विपक्ष की स्थिति को कमजोर बताया गया।
पटना, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और अभिनेता से भाजपा सांसद बने रवि किशन ने शनिवार को पटना हवाई अड्डे पर दूसरी बार मुलाकात की।
इस मुलाकात ने बिहार विधानसभा चुनाव के बीच चर्चा का विषय बनकर सभी का ध्यान खींचा। पटना एयरपोर्ट पर दोनों नेताओं को मीडिया से बचते हुए धीमी आवाज में बात करते हुए देखा गया।
दोनों ने बातचीत के बाद "हर हर महादेव" का नारा भी लगाया। इससे पहले भी उनकी मुलाकात एयरपोर्ट पर ही हुई थी, जिसके चलते अटकलें लगाई जा रही थीं कि तेज प्रताप भाजपा में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं।
हालांकि, इस संदर्भ में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है। रवि किशन ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए महागठबंधन पर तीखा हमला किया।
उन्होंने कहा कि 11 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव में ऐसा जनादेश आना चाहिए कि विपक्षी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाए।
रवि किशन का कहना था कि पहले चरण के मतदान के बाद माहौल स्पष्ट है और एनडीए के पक्ष में गति बढ़ रही है।
भाजपा सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें तब भी धमकियां मिलती हैं जब विपक्ष सत्ता में नहीं होता। उन्होंने व्यंग्य में कहा कि अगर विपक्ष सत्ता में आ जाता है तो स्थिति क्या होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष हताश है और बिहार को बर्बाद कर दिया है।
उनका दावा है कि 14 नवंबर को डबल इंजन वाली सरकार बनेगी और बिहार नंबर वन राज्य बनने की ओर अग्रसर होगा।