क्या फर्रुखाबाद में 12 अक्टूबर को दो पालियों में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा होगी?

सारांश
Key Takeaways
- फर्रुखाबाद में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 12 अक्टूबर को होगी।
- परीक्षा के लिए 16 केंद्र बनाए गए हैं।
- 6,432 अभ्यर्थी परीक्षा में भाग लेंगे।
- परीक्षा में सीसीटीवी द्वारा निगरानी की जाएगी।
- अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन जमा करने होंगे।
फर्रुखाबाद, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 12 अक्टूबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। इसके लिए जिले में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ 6,432 अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए उपस्थित होंगे।
दोनों पालियों में छात्रों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी परीक्षा केंद्रों पर नकलविहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त, परीक्षा में लोक सेवा आयोग की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र पाल सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि 12 अक्टूबर को पीसीएस परीक्षा दो पालियों में होगी। इसके लिए 16 केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ 6,432 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी भी बैठक कर चुके हैं। उन्होंने शासन की मंशा के अनुसार परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर सावधानी बरतने और छात्रों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े, इस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट बाद तक अभ्यर्थियों को केंद्रों पर प्रवेश दिया जाएगा। गेट पर ही चेकिंग की जाएगी। संस्थान के कर्मचारी बायोमीट्रिक करेंगे। परीक्षा के तीन दिन पूर्व केंद्र पर पहुँचकर केंद्र व्यवस्थापक, सह केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और अन्य मूलभूत सुविधाओं की स्थिति ठीक कर ली जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र के बाहर अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि जमा कराने की व्यवस्था की जाएगी। लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा की निगरानी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। ट्रैफिक पुलिस और पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दिए गए हैं ताकि अभ्यर्थियों को रास्ते में कोई कठिनाई न हो।