क्या फतेहपुर की घटना सुनियोजित और निंदनीय है? : आराधना मिश्रा

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क्या फतेहपुर की घटना सुनियोजित और निंदनीय है? : आराधना मिश्रा

सारांश

फतेहपुर में मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने इसे सुनियोजित और प्रायोजित घटना करार दिया है। क्या सरकार दोषियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगी? जानिए इस विवाद के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • फतेहपुर विवाद
  • कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने इसे सुनियोजित बताया।
  • सरकार की कार्रवाई को अधूरी कहा गया है।
  • विपक्ष ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया।
  • राजनीतिक जिम्मेदारी पर सवाल उठाए गए हैं।

लखनऊ, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में मंदिर-मस्जिद विवाद के चलते प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि यह घटना सुनियोजित और प्रायोजित है। आज यह बात स्पष्ट हो गई है।

उन्होंने कहा कि जब विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया, तो संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है। मैं इस कार्रवाई का स्वागत करती हूं, लेकिन यह अधूरी कार्रवाई नाकाफी है। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उनमें प्रमुख आरोपी भाजपा का जिलाध्यक्ष है, उसका नाम क्यों छोड़ दिया गया? यह साफ है कि सरकार ऐसे घटित होने वाले मामलों में आरोपियों को संरक्षित कर रही है।

उन्होंने आगे कहा कि यदि प्रदेश में दंगा-फसाद होता है, तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? मेरा स्पष्ट मानना है कि इसकी जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी पर होगी।

वहीं, कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) ने फतेहपुर के मुद्दे पर कहा कि आज विधानसभा की कार्यवाही में केवल हंगामा देखने को मिला। सत्र को बेहतर तरीके से चलाने की उम्मीद की जाती है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यदि कोई इस घटना पर चर्चा करना चाहता है, तो सभी सदस्यों को अपनी सीटों पर बैठना चाहिए। मेरा कहना है कि यदि विपक्ष प्रश्नकाल में हंगामा करता है, तो वह अपना ही समय बर्बाद कर रहा है।

फतेहपुर विवाद पर विधायक मनोज कुमार पांडे ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस जांच कर रही है और सरकार ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि पहले और दूसरे दिन समाजवादी पार्टी ने विधानसभा में हंगामा किया। सतीश महाना और सुरेश खन्ना ने मामले की पूरी जानकारी दी और बोलने का अवसर प्रदान किया। सरकार सभी मुद्दों पर बहस और जवाब के लिए तैयार है। सुरेश खन्ना ने स्पष्ट कहा कि कार्रवाई हो रही है, लेकिन विपक्ष केवल हंगामा करता रहा। उन्हें न तो लोकतंत्र पर भरोसा है और न ही संविधानिक संस्थाओं पर।

Point of View

NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

फतेहपुर विवाद का मुख्य कारण क्या है?
फतेहपुर में मंदिर-मस्जिद के बीच विवाद को लेकर राजनीतिक तनाव पैदा हुआ है।
आराधना मिश्रा ने इस घटना को क्यों निंदनीय बताया?
उन्होंने इसे सुनियोजित और प्रायोजित घटना करार दिया है।
सरकार ने इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने कुछ एफआईआर दर्ज की हैं, लेकिन कार्रवाई को अधूरी बताया गया है।
क्या इस विवाद का कोई राजनीतिक असर होगा?
हां, यह विवाद राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकता है।
इस विवाद में विपक्ष की भूमिका क्या है?
विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया है।