क्या त्योहारी सीजन में पाली में 11 लाख रुपए का 4,660 किलो मिलावटी मावा जब्त हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- खाद्य सुरक्षा विभाग ने 4,660 किलोग्राम मिलावटी मावा जब्त किया।
- इस मावे की अनुमानित कीमत 11 लाख रुपए है।
- मावा में स्टार्च की मात्रा अत्यधिक पाई गई।
- सभी मिलावटी मावे को नष्ट किया गया है।
- दुकानदारों को मिलावटी सामान न बेचने की सलाह दी गई है।
पाली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे ही त्योहारी सीजन की शुरुआत हुई, खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरों पर एक बड़ा प्रहार किया है। राजस्थान के खाद्य विभाग की टीम ने पाली शहर में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई के तहत लगभग 4,660 किलोग्राम मिलावटी मावा जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 11 लाख रुपए है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश शर्मा के नेतृत्व में विभाग की टीम ने यह कार्रवाई पाली शहर के बांगड़ अस्पताल के पास की, जब दो ट्रेवल बसें बीकानेर से वहां रुकी हुई थीं। ये बसें पाली, सुमेरपुर, शिवगंज, सिरोही और अहमदाबाद जैसे विभिन्न जिलों की ओर मावा लेकर जा रही थीं।
विभाग ने इन बसों से 231 डिब्बों में भरा यह मावा जब्त किया। इसके साथ ही, रसगुल्ला और सोनपापड़ी के कुछ पैकेट भी जब्त किए गए हैं। टीम को मावा की ढुलाई से संबंधित कोई वैध बिल या स्वीकृति पत्र नहीं मिला।
प्रारंभिक जांच में जब्त मावे में स्टार्च की मात्रा अत्यधिक पाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इस गंभीर मिलावट को देखते हुए तुरंत आदेश दिए हैं कि इस पूरे मावे को बाजार तक पहुंचने से रोकने के लिए गड्ढा खुदवाकर नष्ट किया जाएगा।
विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से त्योहारी सीजन में मिलावट करने वालों में हड़कंप मच गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि वह आने वाले त्योहारों में उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए निरंतर सतर्क रहेगा और ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई जारी रखेगा।
खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि मावा कहां सेलाया जा रहा था और इसे कहां पहुंचाना था, पूरे मामले की जांच की जा रही है। इसके साथ ही, मावा किसका है और बस ने कहां-कहां उतारा है, उसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल, सभी मावा को गड्ढा खुदवाकर नष्ट कर दिया गया है। दुकानदारों को भी सलाह दी गई है कि वे कोई मिलावटी सामान न बेचें।