क्या राजनीति मेरे स्वभाव के अनुरूप नहीं है? बिहार चुनाव लड़ने की अटकलों पर खेसारी लाल यादव का बयान

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क्या राजनीति मेरे स्वभाव के अनुरूप नहीं है? बिहार चुनाव लड़ने की अटकलों पर खेसारी लाल यादव का बयान

सारांश

बिहार के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने राजनीति में अपने संभावित इनवॉल्वमेंट पर बात की। उन्होंने तेजस्वी यादव की सराहना की और बिहार के विकास के लिए बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका स्पष्ट कहना है कि राजनीति उनके स्वभाव के अनुरूप नहीं है। जानिए इस पर उनकी क्या राय है।

Key Takeaways

  • खेसारी लाल यादव ने राजनीति में अपने इनवॉल्वमेंट पर स्पष्टता दी।
  • तेजस्वी यादव के योगदान की सराहना की।
  • बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • व्यक्तिगत विवादों को बातचीत से सुलझाने की सलाह दी।
  • प्रशांत किशोर की सोच को सराहा।

पटना, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का समय नजदीक आ रहा है, राज्य की सियासत में न केवल राजनीतिक चेहरों की हलचल बढ़ गई है, बल्कि फिल्मी सितारों की राय और बयानों का भी महत्व बढ़ गया है। खासकर भोजपुरी सिनेमा के चेहरे इस समय चर्चा में हैं।

इस बीच, भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने बिहार की राजनीति पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने न केवल विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की प्रशंसा की, बल्कि प्रशांत किशोर की सोच की भी सराहना की। इसके साथ ही, पवन सिंह के निजी विवाद पर भी उन्होंने अपनी राय रखी और समाधान का सुझाव दिया।

खेसारी लाल यादव ने कहा कि अब बिहार को एक नई दृष्टि से देखना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया, "जब तक बदलाव नहीं होगा, तब तक राज्य का विकास संभव नहीं है। इस बार जनता की सोच में बदलाव आया है और जो नेता विश्वास को जीत लेगा, वही चुनाव में सफल होगा।"

तेजस्वी यादव के कार्यों की सराहना करते हुए खेसारी ने कहा कि उन्होंने युवाओं के लिए नई संभावनाएं खोली हैं। उनका मानना है कि हर किसी को एक मौका मिलना चाहिए, और यदि कोई अच्छा कार्य करता है, तो उसे फिर से अवसर मिलना चाहिए।

राजनीति में अपनी संभावित भागीदारी को लेकर चल रही अटकलों को खारिज करते हुए खेसारी ने कहा कि न तो वे और न ही उनकी पत्नी चंदा देवी चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने उन्हें चुनाव में भाग लेने का आमंत्रण दिया था, लेकिन उन्होंने विनम्रता से मना कर दिया। उनका स्पष्ट कहना था कि राजनीति उनके स्वभाव के अनुरूप नहीं है और वे चुनावी माहौल में सहज नहीं महसूस करते। अपनी पत्नी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वह भी चुनाव नहीं लड़ना चाहतीं, क्योंकि उनके बच्चे छोटे हैं और परिवार की प्राथमिकता सबसे महत्वपूर्ण है।

पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच के विवाद पर खेसारी ने कहा कि यह व्यक्तिगत मामला है, लेकिन यदि दोनों पक्ष मिलकर बात करें, तो किसी भी विवाद का समाधान संभव है।

उदाहरण देते हुए खेसारी ने कहा कि जब पाकिस्तान और हिंदुस्तान जैसे देशों के विवाद बातचीत के माध्यम से सुलझाए जा सकते हैं, तो व्यक्तिगत विवाद भी बातचीत से हल किए जा सकते हैं। उन्होंने पवन सिंह को 'दुनिया के लिए एक आइकन' बताया और कहा कि उन्हें अपने जीवन की घटनाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। उनका कहना था कि किसी भी विवाद का समाधान झगड़े से नहीं, बल्कि समझदारी से निकलता है।

प्रशांत किशोर के बारे में पूछे जाने पर खेसारी ने कहा कि वह उनकी विचारधारा से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि किशोर बिहार के विकास के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, वह सराहनीय है और उनका दृष्टिकोण स्पष्ट है। खेसारी ने कहा कि बदलाव जीवन का अनिवार्य हिस्सा है और बिहार को भी अब नए नजरिए से देखने की आवश्यकता है।

Point of View

बल्कि सामाजिक परिवर्तनों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ऐसे समय में जब युवा वोटर की संख्या बढ़ रही है, खेसारी का दृष्टिकोण इस बात का संकेत है कि नेताओं को जनता की अपेक्षाओं को समझना होगा।
NationPress
15/10/2025

Frequently Asked Questions

खेसारी लाल यादव ने राजनीति में क्यों नहीं आने का निर्णय लिया?
खेसारी लाल यादव ने कहा कि राजनीति उनके स्वभाव के अनुरूप नहीं है और वे चुनावी माहौल में सहज महसूस नहीं करते।
तेजस्वी यादव के बारे में खेसारी का क्या कहना है?
खेसारी ने तेजस्वी यादव के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने युवाओं के लिए नई संभावनाएं खोली हैं।
पवन सिंह और ज्योति सिंह के विवाद पर खेसारी का क्या मत है?
खेसारी ने कहा कि यह पवन सिंह का व्यक्तिगत मामला है, लेकिन यदि दोनों पक्ष बातचीत करें तो विवाद का हल निकाला जा सकता है।
प्रशांत किशोर के विचारों पर खेसारी की राय क्या है?
खेसारी ने प्रशांत किशोर की सोच को सराहते हुए कहा कि उनका बिहार के विकास के लिए प्रयास सराहनीय है।