क्या केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और राहुल गांधी पर प्रहार किया?

सारांश
Key Takeaways
- गजेंद्र सिंह शेखावत ने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।
- सावणी पूर्णिमा का पर्व संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा का प्रतीक है।
- राहुल गांधी की चुनावी टिप्पणियों पर शेखावत का तीखा जवाब।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए महिलाओं का बलिदान महत्वपूर्ण है।
- कानून के दायरे में सभी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन।
जोधपुर, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को अपने निवास पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान जोधपुर और उसके आस-पास के ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में सावणी पूर्णिमा पर्व, पर्यावरण संरक्षण और मौजूदा राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
शेखावत ने सावणी पूर्णिमा को संकल्प का पर्व बताते हुए कहा कि यह केवल बहनों की रक्षा और मातृशक्ति के सम्मान के लिए ही नहीं, बल्कि संस्कृति, राष्ट्र और स्वाभिमान की रक्षा का अवसर भी है। उन्होंने कहा कि हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे समय में हमें विरासत के संरक्षण का संकल्प लेना होगा। खेजड़ली के पवित्र स्थल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यहां 363 महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण के लिए बलिदान दिया था। मंत्री ने कहा कि उन्होंने वहां वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधकर संरक्षण का संदेश दिया।
इस दौरान शेखावत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर आरोप लगाना और फिर प्रमाणिक जानकारी न देना जिम्मेदारी से भागने जैसा है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने कहा कि वोटर लिस्ट में एक लाख से ज्यादा डुप्लीकेट नाम हैं, जो उनके सॉफ्टवेयर से निकले हैं। ऐसे में चुनाव आयोग का यह अधिकार है कि वह सत्यापन के लिए जानकारी मांगे। लेकिन गांधी परिवार खुद को व्यवस्था और संविधान से ऊपर मानता है, इसलिए जानकारी देने से बचता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि पहले महाराष्ट्र चुनाव के समय भी राहुल गांधी ने यही दावा किया था, लेकिन अब जब पूरे देश में वोटर लिस्ट की जांच का अभियान चल रहा है, तो वह इसके विरोध में बोल रहे हैं। शेखावत ने कहा कि कई वर्षों तक सत्ता से बाहर रहने और लगातार चुनाव हारने के बाद लगता है कि राहुल गांधी अपना संतुलन खो बैठे हैं और इस तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं।
पेपर लीक मामले में एसओजी की ओर से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पीएसओ की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि हर उस अपराधी को सजा मिलनी चाहिए, जो युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता है। शेखावत ने स्पष्ट किया कि दोषी चाहे कोई भी हो, उसे कानून के दायरे में लाकर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।