क्या महाराष्ट्र चुनाव के बाद राहुल गांधी ने खुद समीक्षा की मांग की थी? अब गजेंद्र सिंह शेखावत सवाल उठा रहे हैं

सारांश
Key Takeaways
- गजेंद्र सिंह शेखावत ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया।
- राहुल गांधी ने खुद समीक्षा की मांग की थी।
- डॉ. शालिनी चतुर्वेदी की पुस्तक 'नाट्य शास्त्र' पर आधारित है।
- समीक्षा के मामलों में दोहरापन देखा गया है।
- संविधान की गरिमा का सम्मान करना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को डॉ. शालिनी चतुर्वेदी की पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग एवं भारतीय जनता पार्टी पर चुनाव चोरी के आरोपों का जवाब दिया।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी के आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा, "इससे बड़े दुर्भाग्यपूर्ण बयान नहीं हो सकते। चुनाव आयोग वर्तमान में जो ‘स्पेशल इंटेंस रिव्यू’ कर रहा है, वह कोई नई बात नहीं है। यह देश में चौथी बार हो रहा है। कांग्रेस की सरकार में भी ऐसे ही तीन बार समीक्षा की गई थी।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं राहुल गांधी जी को याद दिलाना चाहता हूं कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद उन्होंने खुद इस तरह की समीक्षा की मांग की थी। अब जब उनकी मांग पर कार्रवाई हो रही है, तो वे उस पर सवाल उठा रहे हैं। यह दोहरापन है।"
शेखावत ने कहा, "मैं संपूर्ण जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि कांग्रेस पार्टी लगातार संवैधानिक संस्थाओं पर हमले करती है। वे एक ओर संविधान की किताब जेब में रखकर शपथ लेते हैं, और दूसरी ओर उन्हीं संस्थाओं की गरिमा को चोट पहुंचाते हैं। यह न केवल संविधान का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र की मूल भावना के विरुद्ध भी है।"
उल्लेखनीय है कि डॉ. शालिनी चतुर्वेदी ने भारत के एक अमर ग्रंथ पर आधारित एक पुस्तिका तैयार की है, जिसे विश्व धरोहर सूची में भी शामिल किया गया है। यह ग्रंथ ‘नाट्य शास्त्र’ है, जिसे ढाई हजार वर्ष पूर्व ‘भरत मुनि’ ने लिखा था। इस पुस्तिका को आम जनमानस की समझ के अनुरूप बनाया गया है, ताकि नाट्य शास्त्र जैसे गंभीर विषय को सरलता से समझा जा सके। इसके माध्यम से इस क्षेत्र के अध्येता, साधक और कलाकार इस ज्ञान को आत्मसात कर प्रदर्शन कर सकें।