क्या 'स्पाइन' एक चिकित्सा चमत्कार और आत्मविश्वास के लिए कॉर्पोरेट आवश्यकता है? : गौतम अदाणी

सारांश
Key Takeaways
- रीढ़ की हड्डी मानव शरीर का महत्वपूर्ण अंग है।
- स्पाइन को एक चिकित्सा चमत्कार माना जाता है।
- गौतम अदाणी ने नेतृत्व की मजबूती पर जोर दिया।
- स्वास्थ्य कर्मियों की मानवता महत्वपूर्ण है।
- सच्चा इलाज आशा और मानवता है।
मुंबई, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने शुक्रवार को कहा कि स्पाइन केवल एक चिकित्सा चमत्कार नहीं है, बल्कि यह एक कॉर्पोरेट आवश्यकता भी है।
मुंबई में सोसाइटी फॉर मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी-एशिया पैसिफिक (एसएमआईएसएस-एपी) के 5वें वार्षिक सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने रीढ़ की हड्डी को मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग बताया और इसे जीवन में निर्णय लेने के लिए आवश्यक बताया।
गौतम अदाणी ने कहा, "आप जिस रीढ़ की हड्डी को ठीक करते हैं, वह मानव शरीर की मजबूती के लिए आवश्यक अल्टीमेट आर्किटेक्चर है। जिस तरह आप हमारे शरीर में मजबूती लाते हैं, उसी तरह नेतृत्व का मतलब संगठन में मजबूती लाना है।"
उन्होंने आगे कहा, "आज का यह कार्यक्रम हमें याद दिलाएगा कि रीढ़ की हड्डी एक चिकित्सा चमत्कार होने के साथ-साथ आत्मविश्वास के लिए एक कॉर्पोरेट आवश्यकता भी है।"
गौतम अदाणी ने स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी मानवता और साहस के लिए भी सलाम किया।
उन्होंने कहा, "आपकी मानवता ही आपके मरीजों की गरिमा को पुनर्स्थापित करती है। यह उन्हें दुनिया के सामने फिर से मजबूती से खड़े होने की शक्ति और साहस देती है।"
उन्होंने कहा, "डॉक्टर होप यानी आशा का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप दुनिया के लिए रीढ़ की हड्डी के डॉक्टर हो सकते हैं, लेकिन अपने मरीजों के लिए आप इससे कई ज्यादा बढ़कर हैं।"
गौतम अदाणी ने मुन्ना भाई एमबीबीएस को अपनी पसंदीदा फिल्म बताते हुए कहा कि फिल्म सिखाती है कि मुन्ना भाई का किरदार मानवता के साथ लोगों का इलाज करता है।
उन्होंने कहा, "सच्चा इलाज सर्जरी से कहीं आगे जाता है, इलाज उम्मीद है, इलाज मानवता है।"
बातचीत के दौरान, उन्होंने रीढ़ की हड्डी की मजबूती का जिक्र करते हुए कहा, "सपने वो नहीं होते जो नींद में आते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो नींद उड़ा देते हैं।"
अदाणी समूह के अध्यक्ष ने कहा, "जब मैं सिर्फ 16 साल का था, तब मैंने सेकेंड क्लास ट्रेन टिकट लेकर बिना डिग्री, नौकरी या किसी बैकअप के मुंबई जाने का साहसिक फैसला किया था।"