क्या भारत गौतम बुद्ध के सिद्धांतों पर चलता है? : ओमप्रकाश राजभर

सारांश
Key Takeaways
- भारत का गौतम बुद्ध के सिद्धांतों पर चलना
- शांति और भाईचारे का संदेश
- क्रिकेट में जीत को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ना
- विपक्ष का विरोधाभासी रुख
- सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
लखनऊ, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि हमने विश्व का नेतृत्व किया, लेकिन किसी भी देश पर विजय प्राप्त नहीं की। भागवत के इस बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत गौतम बुद्ध के मार्ग पर चलने वाला देश है।
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "भारत हमेशा गौतम बुद्ध के शांति के संदेश पर आधारित रहा है। उन्होंने हमेशा यह कामना की कि दुनिया में अमन चैन और भाईचारा कायम रहे और लोग अपने देश के लिए काम करें। भारत का यही प्रयास निरंतर जारी है।"
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव द्वारा पाकिस्तानी कप्तान से हाथ न मिलाने पर उन्होंने कहा, "इस पर मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन निश्चित रूप से इस मैच को लेकर भारतीयों की यही भावना थी कि पाकिस्तान को हराया जाए और हमारी क्रिकेट टीम ने शानदार जीत हासिल की। यह जीत 'ऑपरेशन सिंदूर' की तर्ज पर है, जैसे हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया, हमारी क्रिकेट टीम ने भी उसी तरह जीत दर्ज की है।"
प्रधानमंत्री मोदी के पश्चिम बंगाल और बिहार दौरे पर राजभर ने कहा, "विपक्ष का काम केवल विरोध करना होता है। अगर हम विकास का कार्य करते हैं तो वे विरोध करते हैं। अगर बिहार में किसी परियोजना का उद्घाटन किया जा रहा है, तो यह वहां के लोगों के लिए एक सकारात्मक संदेश है।"
सुप्रीम कोर्ट द्वारा वक्फ कानून के कई प्रावधानों पर रोक लगाने के फैसले पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा, "हम सर्वोच्च अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हैं। सरकार की मंशा किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि सरकार सबको मुखधारा में शामिल करना चाहती है।"
राजभर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी के पास अब कोई काम नहीं बचा है। कांग्रेस ने 60 वर्षों तक देश पर शासन किया और इस दौरान उन्होंने दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ धोखा किया। अब एक बार फिर से वे 'सिग्नेचर कैंपेन' चला रहे हैं ताकि देश की गद्दी पर पुनः कब्जा जमा सकें।"