क्या गौतमबुद्ध नगर में यूपी रेरा ने 20वां रियल एस्टेट एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया?

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क्या गौतमबुद्ध नगर में यूपी रेरा ने 20वां रियल एस्टेट एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया?

सारांश

गौतमबुद्ध नगर में यूपी रेरा ने 20वें रियल एस्टेट एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस चार दिवसीय कार्यक्रम में 44 प्रतिभागियों ने भाग लिया है, जिसका लक्ष्य रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम उपभोक्ताओं के विश्वास को मजबूत करने का भी काम करेगा।

Key Takeaways

  • रियल एस्टेट एजेंटों का सही प्रशिक्षण उपभोक्ताओं के विश्वास को बढ़ाता है।
  • पारदर्शिता और जवाबदेही रियल एस्टेट क्षेत्र की सफलता की कुंजी हैं।
  • कार्यक्रम में 44 प्रतिभागियों ने भाग लिया है।
  • सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
  • यह कार्यक्रम रियल एस्टेट सेक्टर में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

ग्रेटर नोएडा, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (यूपी रेरा) ने बुधवार को गौतमबुद्ध नगर में अपने 20वें रियल एस्टेट एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। चार दिवसीय इस प्रशिक्षण में कुल 44 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता, जवाबदेही और पेशेवराना कार्यसंस्कृति को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम का उद्घाटन यूपी रेरा के संस्थापक अध्यक्ष राजीव कुमार ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रियल एस्टेट एजेंट इस क्षेत्र की रीढ़ हैं और खरीदारों व प्रमोटरों के बीच सेतु की भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने बताया कि फिलहाल रियल एस्टेट सेक्टर देश की जीडीपी में 6-7 प्रतिशत योगदान करता है। यदि आने वाले वर्षों में यह योगदान बढ़कर 12 प्रतिशत तक पहुंचता है, तो यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

उन्होंने जोर दिया कि एजेंटों के सही प्रशिक्षण से उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा और विवादों में कमी आएगी। रेरा में आने वाली शिकायतों की जड़ अक्सर एजेंटों द्वारा आवंटियों को अधूरी या गलत जानकारी देना होती है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम एजेंटों को कानूनी प्रावधानों और नियमों की सही जानकारी उपलब्ध कराते हैं, जिससे वे उपभोक्ताओं को सटीक और प्रमाणित जानकारी दे सकें।

उद्घाटन सत्र में गौतमबुद्ध नगर स्थित एनसीआर कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जबकि लखनऊ मुख्यालय से अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। सचिव महेंद्र वर्मा ने कहा कि एजेंट अधिकांश घर खरीदारों का पहला संपर्क बिंदु होते हैं। ऐसे में उनके आचरण और जानकारी की सटीकता उपभोक्ताओं का विश्वास मजबूत करती है।

वहीं, प्रधान सलाहकार अबरार अहमद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। पहले दिन हुए तकनीकी सत्र में प्रोजेक्ट मैनेजर राघवेंद्र मंडविली, डीआईजी स्टांप एवं पंजीकरण अरुण कुमार मिश्रा और राजस्व वसूली अधिकारी अंशुमान सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। इनमें स्टांप एवं पंजीकरण अधिनियम, प्रोजेक्ट अकाउंट डायरेक्शंस और मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) पर विस्तृत जानकारी दी गई।

अगले दिनों में प्रतिभागियों को अपार्टमेंट ओनरशिप एक्ट, उपभोक्ता संरक्षण तंत्र, प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग टूल्स जैसे त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट और रेरा एजेंट पोर्टल के व्यावहारिक उपयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में लिखित परीक्षा आयोजित होगी। सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर उनकी पात्रता यूपी रेरा पोर्टल पर अपलोड की जाएगी, जिससे वे पंजीकृत एजेंट के रूप में काम कर सकेंगे।

Point of View

बल्कि उपभोक्ताओं के विश्वास को भी मजबूत करेगा। यह पहल निश्चित रूप से भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी।
NationPress
29/10/2025

Frequently Asked Questions

रियल एस्टेट एजेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता, जवाबदेही और पेशेवराना कार्यसंस्कृति को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम में कितने प्रतिभागी शामिल हैं?
इस चार दिवसीय कार्यक्रम में कुल 44 प्रतिभागी शामिल हुए हैं।
यह कार्यक्रम कब शुरू हुआ?
यह कार्यक्रम 10 सितंबर को शुरू हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में क्या होता है?
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी, और सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
यूपी रेरा के संस्थापक अध्यक्ष कौन हैं?
यूपी रेरा के संस्थापक अध्यक्ष राजीव कुमार हैं।