क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं को हेलमेट वितरित किए?

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बेहद महत्वपूर्ण है।
- पुलिस प्रशासन ने सक्रियता दिखाई है।
- श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है।
- जनसहयोग से हेलमेट वितरित किए गए हैं।
- सीसीटीवी निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
गौतमबुद्धनगर, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। श्रावण मास में आयोजित कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा, कानून व्यवस्था बनाए रखने और यातायात को सुचारू रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी तत्परता दिखाई है। इस संदर्भ में, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार, अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने पुलिस उपायुक्त (यातायात) लखन सिंह यादव के साथ मिलकर कांवड़ यात्रा मार्ग का विस्तृत निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने चिल्ला बॉर्डर नोएडा पर यातायात व्यवस्था की स्थिति का मूल्यांकन किया और दोपहिया वाहनों पर सवार कांवड़ यात्रियों को सुरक्षा के दृष्टिगत, जनसहयोग से नि:शुल्क हेलमेट भी प्रदान किए। अधिकारियों ने वहां उपस्थित कांवड़ियों से संवाद करते हुए उनकी कुशलक्षेम पूछी और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण, बैरिकेडिंग, पेयजल, चिकित्सा सुविधा और विश्राम स्थलों जैसी व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। भीड़-भाड़ वाले संभावित क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए ताकि यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।
अपर पुलिस आयुक्त डॉ. राजीव नारायण मिश्र के पर्यवेक्षण में, डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने भी ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में कांवड़ रूट का निरीक्षण किया। इस दौरान थाना जेवर, थाना दनकौर, थाना दादरी सहित अन्य क्षेत्रों में भ्रमण किया गया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। निरीक्षण के दौरान एडीसीपी सुधीर कुमार के नेतृत्व में विभिन्न एसीपी द्वारा कांवड़ शिविरों की सफाई, पानी और बिजली की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
शिविरों में ठहरे शिव भक्तों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया गया और उनकी समस्याओं को मौके पर ही सुलझाने का प्रयास किया गया। साथ ही यात्रा मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया गया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े और वे सुरक्षित तौर पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।