क्या झारखंड के घाटशिला उपचुनाव की तैयारी पूरी है?

सारांश
Key Takeaways
- घाटशिला उपचुनाव 11 नवंबर को होगा।
- सभी 300 मतदान केंद्रों को मॉडल बूथ में बदला जाएगा।
- दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा।
- सोशल मीडिया पर आचार संहिता का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
- मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
घाटशिला, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव की तैयारियों के संदर्भ में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने रविवार को कोल्हान प्रमंडल के वरिष्ठ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव के लिए बनाए गए सभी 300 मतदान केंद्रों को मॉडल बूथ के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां बिजली, पानी, रैंप और अन्य आवश्यक सुविधाओं की सुनिश्चितता की जाएगी।
घाटशिला अनुमंडल सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाए और सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे हों।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के सोशल मीडिया प्रतिनिधियों से बैठक कर उन्हें आयोग के 'क्या करें, क्या न करें' से संबंधित दिशा-निर्देश स्पष्ट रूप से बता दिए जाएं। बताया गया कि इस बार मतदान और चुनावी प्रक्रिया में कई नई व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं, जैसे ईवीएम पर उम्मीदवारों के नाम और क्रम के साथ उनकी रंगीन फोटो भी अंकित रहेगी, ताकि मतदाताओं को आसानी हो।
इसी तरह दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए 'सक्षम ऐप' के माध्यम से घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जो मतदाता केंद्र पर मतदान करना चाहें, उनके लिए वाहन, व्हीलचेयर, रैंप और वॉलंटियर की व्यवस्था की जाएगी।
सीमावर्ती इलाकों में पुलिस चौकियों की निगरानी करने और अवैध मादक पदार्थों, नकद लेनदेन या संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी बैठक में दिए गए।
के. रवि कुमार ने बताया कि आयोग का प्रयास है कि मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर ज्यादा से ज्यादा मतदान प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। जिन बूथों पर पहले कम मतदान हुआ था, वहां विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में आईजी ऑपरेशन माइकल राज, उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी, डीआईजी धनंजय कुमार, कोल्हान डीआईजी अनुरंजन किस्पोट्टा, एसएसपी पीयूष पांडेय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
इस सीट पर विधायक रहे झारखंड सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के आकस्मिक निधन के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है।