क्या गाजियाबाद में बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- गाजियाबाद में लगातार बारिश का असर जनजीवन पर पड़ा है।
- जलभराव ने यातायात को प्रभावित किया है।
- बिजली आपूर्ति में बाधा आई है।
- स्थायी समाधान की आवश्यकता है।
- निवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
गाजियाबाद, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। गाजियाबाद में बुधवार रात से जारी बारिश का क्रम गुरुवार सुबह तक बना रहा। इस बरसात ने शहर की व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। जलभराव की स्थिति ने कई इलाकों में यातायात को बाधित कर दिया और बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई।
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र सिद्धार्थ विहार रहा, जहां प्रतीक ग्रैंड सिटी सोसाइटी के बेसमेंट में फिर से पानी भर गया। रात को हुई तेज बारिश के कारण बेसमेंट-2 में सीवर और बारिश का गंदा पानी भर गया, जिससे कई लग्जरी गाड़ियां आधी से अधिक पानी में डूब गईं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, सुबह चार बजे से सोसाइटी की बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित है। यह जानकर हैरानी हुई कि अधिकतर निवासियों को बेसमेंट में पानी भरे होने की सूचना नहीं दी गई, जिससे उन्हें समय पर अपनी गाड़ियां हटाने का मौका नहीं मिला।
निवासियों ने बताया कि यह समस्या नई नहीं है। पिछले चार वर्षों से हर मानसून में ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। उन्होंने सोसाइटी मेंटेनेंस और प्रोजेक्ट डेवलपर पर लापरवाही का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि करोड़ों रुपये की कीमत वाले फ्लैट्स और महंगी पार्किंग के बावजूद उन्हें हर बार ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बेसमेंट में जलभराव को लेकर समय रहते कोई अलर्ट या चेतावनी नहीं दी जाती। न केवल प्रतीक ग्रैंड सिटी, बल्कि गौशाला अंडरपास, क्रॉसिंग रिपब्लिक और लोनी क्षेत्र में भी जलभराव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया है, जिससे आमजन का निकलना मुश्किल हो गया है।
हाईवे किनारे सर्विस लेन भी पानी में डूबी हुई नजर आई। कुछ इलाकों में तो गाड़ियां पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। बिजली आपूर्ति भी लगातार बाधित हो रही है। जलभराव के चलते कई इलाकों में बिजली विभाग ने एहतियातन बिजली सप्लाई बंद कर दी है, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो। इससे लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ी।