क्या कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में सख्ती बरती जाएगी? मीट और मछली की दुकानें बंद रहेंगी?

सारांश
Key Takeaways
- गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा के दौरान मीट और मछली की दुकानें बंद रहेंगी।
- सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
- दुकानदारों के लिए नेमप्लेट लगाना अनिवार्य होगा।
- यात्रा मार्ग की सड़कें दुरुस्त की जा रही हैं।
- भक्तों की सुविधाओं के लिए अंधेरे स्थानों पर रोशनी की व्यवस्था की जाएगी।
गाजियाबाद, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सावन के पवित्र महीने में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियों को गाजियाबाद जिला प्रशासन ने अंतिम रूप देना आरंभ कर दिया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में सभी मीट और मछली की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी। यह निर्णय यात्रा मार्ग के आस-पास धार्मिक भावनाओं को सम्मान देने के लिए लिया गया है।
गाजियाबाद में शराब की दुकानें निर्धारित समय पर खुलेंगी और समय पर बंद की जाएंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि शराब की दुकानों की निगरानी की जाएगी, ताकि यात्रा के दौरान कोई अशांति न फैले और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान बना रहे।
कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क किनारे लगने वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगाना अनिवार्य किया गया है। बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी ने कहा, "भक्तों को जानकारी होनी चाहिए कि वे किस दुकानदार से सामान खरीद रहे हैं।" इसी के साथ, दुकानदारों को उचित मूल्य दरों का पालन करने का निर्देश दिया गया है, ताकि ठगी या ओवरचार्जिंग की शिकायतें न आएं।
डीएम दीपक मीणा ने जानकारी दी कि यात्रा मार्ग की सड़कों को दुरुस्त किया जा रहा है, अंधेरे स्थानों पर रोशनी की व्यवस्था की जा रही है और खंभों पर प्लास्टिक की पन्नी चढ़ाई जा रही है ताकि करंट लगने की घटनाएं न हों। दुधेश्वर नाथ मंदिर के पास बैरिकेडिंग की जाएगी ताकि भक्तों को जल चढ़ाने में कोई कठिनाई न हो।
कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस दौरान कई सेक्टर और जोन बनाए जाएंगे, जहां अतिरिक्त बल की तैनाती रहेगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों को कार्य और चेकलिस्ट सौंप दी गई है। एक बॉर्डर मीटिंग भी होगी, जिसमें ट्रैफिक व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कांवड़ यात्रा की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।