क्या गाजियाबाद में मर्सिडीज कार पानी में डूबने से मालिक ने नगर आयुक्त को भेजा लीगल नोटिस?

सारांश
Key Takeaways
- नगर निगम की लापरवाही से नागरिकों को नुकसान हो सकता है।
- जल निकासी व्यवस्था का महत्व समझना चाहिए।
- कानूनी उपायों का सहारा लेना नागरिकों का अधिकार है।
- भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
- समुदाय की सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है।
गाजियाबाद, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कारोबारी, अमित किशोर, की मर्सिडीज कार बारिश के बाद जलभराव के चलते खराब हो गई है। उन्होंने इस संदर्भ में नगर आयुक्त को एक लीगल नोटिस भेजकर क्षतिपूर्ति की मांग की है।
वास्तव में, अमित किशोर की मर्सिडीज बारिश के बाद सड़क पर जलभराव के कारण पानी में डूब गई। इसके परिणामस्वरूप कार में गंभीर खराबी आ गई। जब इसे नोएडा के सर्विस सेंटर भेजा गया, तो उसमें पाँच लाख का खर्च आया। अब पीड़ित ने नगर आयुक्त को लीगल नोटिस भेजकर उचित क्षतिपूर्ति की मांग की है।
साहिबाबाद से वसुंधरा जाते समय मर्सिडीज भीषण जलभराव का शिकार हुई। जल निकासी व्यवस्था की कमी के कारण 23 जुलाई को मर्सिडीज को क्रेन के माध्यम से नोएडा सर्विस सेंटर भेजा गया। नोटिस में नगर निगम से 5 लाख रुपए की मानसिक क्षतिपूर्ति और वाहन की मरम्मत का संपूर्ण खर्च वहन करने की मांग की गई है। यह नोटिस लोगों में चर्चा का विषय बन गया है।
मामले को लेकर अमित किशोर ने कहा, "नगर निगम की घोर लापरवाही, भ्रष्टाचार और जल निकासी व्यवस्था की पूर्ण विफलता के खिलाफ नगर आयुक्त को कानूनी नोटिस भेजा है। 23 जुलाई को लाजपत नगर, साहिबाबाद से वसुंधरा जाते समय भयंकर जलभराव के कारण मेरी कार पूरी तरह पानी में फंसकर क्षतिग्रस्त हो गई। इसे क्रेन के माध्यम से नोएडा सर्विस सेंटर भेजना पड़ा। यह लड़ाई केवल मेरी नहीं, बल्कि पूरे जिले की है। जब जनता टैक्स देती है तो जवाबदेही भी सुनिश्चित होनी चाहिए।"
यह नोटिस अधिवक्ता प्रेम प्रकाश ने जारी किया है। उन्होंने कहा, "यह केवल एक वाहन की क्षति का मामला नहीं है, बल्कि यह जिले की नागरिक व्यवस्था की गहराई से जांच का विषय है। नगर निगम का कर्तव्य है कि वह नागरिकों की सुरक्षा, सफाई और जीवन स्तर की जिम्मेदारी ले। यदि 15 दिनों के भीतर संतोषजनक उत्तर और कार्रवाई नहीं की गई तो पीड़ित पक्ष उच्च न्यायालय, लोकायुक्त व अन्य मंचों पर शिकायत दर्ज कराने के लिए बाध्य होगा।"