क्या गाजीपुर में गरीब परिवारों को उजाड़ना सही है? : अखिलेश यादव

सारांश
Key Takeaways
- अवैध कब्जा हटाने के लिए विभागीय कार्रवाई
- गरीब परिवारों की स्थिति चिंताजनक
- अखिलेश यादव ने राहत की मांग की
- बुलडोजर का उपयोग अन्याय का प्रतीक
- विस्थापितों के लिए सहायता की आवश्यकता
लखनऊ, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में रक्षा संपदा विभाग ने जमीनों से अवैध कब्जा हटाने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है। इस प्रक्रिया में कई परिवार प्रभावित हुए हैं। इस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि गाजीपुर के जंगीपुर में बरसात के समय बिना किसी नोटिस के पीढ़ियों से रह रहे गरीब परिवारों को उजाड़ना अत्यंत निंदनीय है। भाजपा की ज़मीन की भूख कभी खत्म नहीं होती। भाजपा के लिए परिवारों की कोई कीमत नहीं है। परिवार का दुःख केवल वही समझ सकते हैं जिनका परिवार है। भाजपा के राज में बुलडोजर अन्याय का प्रतीक बन चुका है। जो लोग विस्थापित हो रहे हैं, उनके पुनर्वास की व्यवस्था तुरंत की जानी चाहिए, क्योंकि इनमें बुजुर्ग, बीमार, बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने उन सभी कार्यकर्ताओं की सराहना करते हैं, जो इस संकट की घड़ी में विस्थापितों के लिए राहत और सहायता प्रदान करने में जुटे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि अभी एक बच्ची की तस्वीर जो अपने घर को उजड़ते देख रही थी, धूमिल भी नहीं हुई थी कि नई तस्वीरें सामने आ गई हैं, जिसमें जमींदोज घरों के सामने बेसहारा लोग खड़े हैं। भाजपा को दूसरों को दुःख देकर ही सुख मिलता है।
ज्ञात रहे कि गाजीपुर में रक्षा संपदा विभाग ने अतिक्रमण के खिलाफ यह बड़ा अभियान चलाया है। अधिकारियों ने जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की है। नायब तहसीलदार ने बताया कि विभाग ने कई बार नोटिस दिए हैं, लेकिन जब कब्जा नहीं हटाया गया, तब यह कार्रवाई की गई। अभी इस अभियान में कितने लोग प्रभावित हुए हैं, उसकी समीक्षा की जा रही है।