क्या गिग वर्कर्स की सही मदद होनी चाहिए? - टीकाराम जूली
सारांश
Key Takeaways
- गिग वर्कर्स की मदद की जानी चाहिए।
- राजस्थान में गिग वर्कर्स के लिए पहला कानून बनाया गया है।
- सरकार को गिग वर्कर्स की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
- बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
- न्याय का होना आवश्यक है।
जयपुर, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने गिग वर्कर्स की आवश्यकताओं पर जोर देते हुए कहा कि उनकी मदद की जानी चाहिए।
उन्होंने जयपुर में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि इस देश में ऐसा कौन सा वर्ग है, जो सही तरीके से काम कर पा रहा है। सभी को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, और कोई भी सुनने वाला नहीं है। राजस्थान में हमने गिग वर्कर्स के लिए पहला कानून बनाया था, लेकिन सरकार इसे लागू नहीं कर रही है। हमने सोशल मीडिया और कई पत्रों के माध्यम से अपनी मांगें रखी हैं। गिग वर्कर्स की सहायता होनी चाहिए, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि बजट की घोषणा के बावजूद राहत नहीं मिल रही है। गिग वर्कर्स एक बड़ा सेक्टर हैं, जिसमें युवा और बेरोजगार लोग फ्रीलांस के रूप में काम करते हैं। लेकिन, उन्हें कभी भी काम से निकाल दिया जाता है, जिससे उनकी नौकरी की सुरक्षा नहीं है। इसलिए, उनकी मदद की जानी चाहिए।
जयपुर स्थित नीरजा मोदी स्कूल की सीबीएसई द्वारा मान्यता रद्द करने के मामले में टीकाराम जूली ने कहा कि छोटी छात्रा की मौत एक बहुत गंभीर मामला है। सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की और इसे दबाने की कोशिश की गई। अब सीबीएसई ने स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना क्यों हुई, इसकी जांच होनी चाहिए। स्कूल प्रबंधन में डर नहीं है। राज्य में सरकारी स्कूलों की इमारतें गिर रही हैं, जिसमें बच्चे दबकर मर रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि यहां की शिक्षा नीति क्या है? शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं? भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या योजना बनाई गई है?
उन्होंने कहा कि जो बच्ची गई, वह हमें यह सिखाकर गई है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। स्कूल की जिम्मेदारी है कि बच्चों का ध्यान रखा जाए। बच्चे अगर कोई बात कहते हैं, तो उस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। बच्चे समय के साथ गंभीरता से सोचते हैं, और इस पर स्कूल प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से अपील करता हूं कि पूरी जांच होनी चाहिए। जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बच्ची को न्याय मिलना चाहिए। स्कूल स्टाफ की जिम्मेदारी है कि बच्चों का ध्यान रखा जाए।