क्या झारखंड में गिरिडीह में भूमि विवाद के चलते दो गुटों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- हिंसक झड़प का कारण भूमि विवाद था।
- 19 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
- स्थायी समाधान के लिए प्रशासन की आवश्यकता है।
- गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
गिरिडीह, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड के जंता जरीडीह गांव में बुधवार को एक भूमि विवाद के कारण दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह विवादित खेत में धान की कटाई के दौरान शुरू हुई कहासुनी के चलते हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तलवार, लाठी और डंडे से हमला किया। इस हिंसक झड़प में महिलाओं समेत 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों में सीताराम वर्मा (49), सहोदरी देवी (33), छोटू यादव (50), दीनदयाल वर्मा (48), सरिता वर्मा (26), शंकर वर्मा (62), सविता देवी (30), इंद्रदेव वर्मा (30), अमन वर्मा (17), देवंती देवी (34), सावित्री देवी (55), श्रीकांत वर्मा (27), युगल यादव (65), विकास वर्मा (25), दशरथ महतो (55), राजेश वर्मा (28), अभिनव वर्मा (17), लोधनी देवी (50) और मीना देवी (55) शामिल हैं। सभी घायलों को एंबुलेंस से बिरनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया।
कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर किया गया।
सूत्रों के अनुसार, शंकर महतो और जयनाथ महतो के बीच पिछले 10 वर्षों से भूमि विवाद चल रहा है, जो न्यायालय में विचाराधीन है। बुधवार को शंकर महतो के परिवार के लोग धान की कटाई कर रहे थे, तभी जयनाथ महतो पक्ष के लोगों ने आपत्ति जताई और दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई। दोनों तरफ से तलवार और डंडों का प्रयोग किया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही बिरनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों से पूछताछ की। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि विवादित भूमि की मापी कर स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है।