क्या एनडीए का घोषणा पत्र बिहार को विकसित राज्य बनाने का रोडमैप है?: गिरिराज सिंह
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए का घोषणा पत्र बिहार के विकास के लिए एक रोडमैप है।
- बिहार में 24 घंटे बिजली उपलब्ध है।
- युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे।
- महिलाओं का सशक्तीकरण इस योजना का हिस्सा है।
- बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
बेगूसराय, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एनडीए के घोषणा पत्र को एक विकसित राज्य बनाने का रोडमैप बताया है। उन्होंने कहा कि इस घोषणा पत्र में उन सभी मुद्दों को शामिल किया गया है, जो बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
गिरिराज सिंह ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार में पिछले 15 सालों में केवल 94 हजार लोगों को रोजगार मिला है। इसके बाद, नीतीश कुमार ने 20 साल में ऐसे काम किए हैं जिनकी आवश्यकता थी। अब बिहार में 24 घंटे बिजली उपलब्ध है और लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे उनका विकास संभव हो सके।
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए द्वारा जारी किया गया यह घोषणा पत्र आने वाले वर्षों का रोडमैप है, जिसमें युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए अवसर, महिलाओं का सशक्तीकरण, बिहार के बुनियादी ढाँचे और शहरों का सुधार शामिल है। संक्षेप में, यह समग्र विकास पर केंद्रित है। मैं गर्व से कहता हूं कि बिहार भारत के विकसित राज्यों में शामिल होने जा रहा है।
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार फिर से बनने जा रही है। जनता का हम पर विश्वास है, इसलिए वह हमें फिर से सत्ता में लाने का प्रयास कर रही है। बिहार में डबल इंजन की सरकार से ही विकास संभव है।
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर गिरिराज सिंह ने कहा, "उन्होंने सही कहा। सरदार पटेल द्वारा प्रस्तुत रोडमैप दूरदर्शिता से भरा था। अगर सरदार पटेल न होते, तो आज का भारत ऐसा नहीं होता। उन्होंने सभी रियासतों का एकीकरण किया। लेकिन यदि उनकी बातों पर अमल किया गया होता, तो विभाजन के समय सभी मुसलमान पाकिस्तान चले जाते और सभी हिंदू भारत आ जाते।"
भारत के लौह पुरुष और राष्ट्र की एकता के शिल्पकार सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर देश भर में 'लौह पुरुष' को याद किया जा रहा है। इस दौरान देशभर में एकता मार्च का आयोजन किया गया।