क्या गोवा अग्निकांड में पति-बहनों को खोने के बाद भावना को मिलेगा न्याय?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में परिवार की हानि
- अनधिकृत क्लब की सुरक्षा व्यवस्था का अभाव
- मुआवजे के नाम पर संवेदनहीनता
- न्याय की मांग और प्रशासन की जिम्मेदारी
- सरकार के सख्त कदमों की आवश्यकता
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा के नाइट क्लब में हुई अग्निकांड में दिल्ली के करावल नगर की निवासी भावना जोशी ने अपने पूरे परिवार को खो दिया है। इस दुखद घटना में उनके पति और तीन बहनों की जान चली गई, और वह अकेली ही बच पाईं। घटना के पश्चात भावना गहरे सदमे में हैं और उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अपने दर्द को साझा किया।
भावना ने बताया, 'क्या कहूँ मैं, मेरा पूरा परिवार समाप्त हो गया। मेरे पति मेरे जीवन का आधार थे, और मेरी तीनों बहनें हमेशा मेरे साथ थीं। एक पल में सब कुछ खत्म हो गया।'
उन्होंने कहा कि उस रात करीब 11:15 बजे वे क्लब में दाखिल हुए थे। सब कुछ सामान्य था। म्यूजिक, डांस और माहौल सब कुछ ठीक था। अचानक एक छोटी सी आगसुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। न तो फायर अलार्म था, न कोई इमरजेंसी एग्जिट का इंतजाम, और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। कुछ ही क्षणों में आग बेकाबू हो गई और दो मिनट के भीतर पूरा क्लब धुएं और आग की चपेट में आ गया। लोग गेट तक पहुंच भी नहीं पाए। उन्होंने कहा कि आग पानी की तरह फैल गई। किसी को समझने का मौका नहीं मिला।
भावना ने आरोप लगाया कि क्लब पूरी तरह से अनधिकृत और बिना लाइसेंस के चल रहा था। मालिकों ने किसी भी प्रकार की सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया था। उन्होंने कहा कि जो लूथरा ब्रदर्स गिरफ्तार हुए हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई अन्य परिवार ऐसी त्रासदी का सामना न करे।
सबसे दुखद यह है कि हादसे के बाद गोवा प्रशासन का व्यवहार भी उनके प्रति संवेदनशील नहीं था। भावना का कहना है कि प्रशासन उनसे बार-बार संपर्क कर रहा है और 2 लाख मुआवजा देने के नाम पर बैंक डिटेल मांग रहा है। उन्होंने कहा कि हमें बार-बार फोन करके परेशान किया जा रहा है। हमें भीख की तरह पैसे ऑफर किए जा रहे हैं। मेरे लिए यह रकम कुछ भी नहीं है। मेरा पूरा परिवार चला गया। अब मैं इन पैसों का क्या करूंगी?
भावना ने कहा कि किसी ने उनसे ठीक से संपर्क भी नहीं किया, बस मुआवजे की बात करके फोन किए जा रहे हैं। उनके लिए सबसे जरूरी न्याय है, अपने परिवार के लिए और उन सभी लोगों के लिए जो इस हादसे के शिकार हुए।
भावना ने कहा कि जिन लोगों ने गैरकानूनी तरीके से क्लब चलाया, सुरक्षा इंतजाम नहीं किए और लोगों की जान को जोखिम में डाला, उन सभी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, यह हादसा किसी और परिवार के साथ दोबारा न हो, इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।