क्या गोवा में होटल और किराए के घरों में पुलिस ने सघन जांच की और 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- गोवा पुलिस का विशेष कॉम्बिंग ऑपरेशन
- 127 व्यक्तियों की जांच
- 10 संदिग्धों की गिरफ्तारी
- अवैध किराएदारी पर लगाम
- सुरक्षा के मद्देनजर नियमित कार्रवाई
पणजी, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा पुलिस ने अरंबोल बीच और स्वीट लेक क्षेत्र में सोमवार मध्यरात्रि को विशेष कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। इस अभियान के तहत कई गेस्ट हाउस, होटल और किराए के ठिकानों की गहन जांच की गई। इस कार्रवाई में कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और उनके दस्तावेजों की जांच की गई।
यह ऑपरेशन मंद्रेम पुलिस स्टेशन की देखरेख में उत्तर गोवा के पुलिस अधीक्षक राहुल गुप्ता, आईपीएस और एसडीपीओ पर्नेम एसएम सलीम द्वारा किया गया।
पुलिस के अनुसार, इस अभियान के दौरान कुल 127 व्यक्तियों की जांच की गई, जिनमें से 19 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए मंद्रेम पुलिस स्टेशन लाया गया।
पुलिस ने कहा कि 19 में से 10 लोगों को एहतियाती धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उन्होंने किराएदार सत्यापन फॉर्म नहीं भरा था।
वहीं, 8 व्यक्तियों के पास सभी आवश्यक दस्तावेज मौजूद थे और उन्होंने किराएदार सत्यापन प्रक्रिया पूरी की थी, इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया।
पुलिस ने अभियान के दौरान एक विदेशी नागरिक की भी जांच की, जो उस समय अपने ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स साथ नहीं रखे हुए था। हालांकि, उसकी पहचान और दस्तावेजों की पुष्टि के बाद उसे जाने की अनुमति दे दी गई।
इस कॉम्बिंग ऑपरेशन में एक बड़ी पुलिस टीम शामिल थी, जिसमें 1 पुलिस निरीक्षक, 7 पुलिस उप-निरीक्षक, 25 हेड कॉन्स्टेबल और पुलिस कॉन्स्टेबल और 3 महिला पुलिसकर्मी शामिल थीं।
टीम ने रातभर अरंबोल बीच, स्वीट लेक और आसपास के क्षेत्रों में कई ठिकानों की तलाशी ली। गेस्ट हाउसों और होटल कमरों में रह रहे संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई और उनके पहचान पत्रों की जांच की गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोवा में हाल के दिनों में अवैध किराएदारी और बिना पंजीकरण के विदेशी नागरिकों के ठहरने की घटनाएं बढ़ी हैं। इसी वजह से यह विशेष अभियान चलाया गया, ताकि किरायेदार सत्यापन प्रणाली को सख्ती से लागू किया जा सके।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के कॉम्बिंग ऑपरेशंस नियमित रूप से किए जाएंगे ताकि पर्यटक इलाकों में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखी जा सके।
यह कार्रवाई पर्यटक सीजन से पहले की गई एक बड़ी सुरक्षा पहल मानी जा रही है।