क्या गोवा में 'मध्यस्थता जागरूकता वॉकथॉन' का आयोजन एक नई दिशा देगा?

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क्या गोवा में 'मध्यस्थता जागरूकता वॉकथॉन' का आयोजन एक नई दिशा देगा?

सारांश

गोवा में आयोजित 'मध्यस्थता जागरूकता वॉकथॉन' ने विवादों को सुलझाने के लिए एक नई दिशा दिखाने का प्रयास किया है। यह कार्यक्रम मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और कई न्यायाधीशों की उपस्थिति में हुआ, जिससे इसकी महत्ता और बढ़ गई है। जानें इस वॉकथॉन में क्या खास था!

Key Takeaways

  • मध्यस्थता विवादों का त्वरित समाधान प्रदान करती है।
  • अदालतों पर बोझ कम करने का एक प्रभावी तरीका है।
  • इसमें आपसी बातचीत और समझ का महत्व है।
  • गोवा का वातावरण समाधान के लिए अनुकूल है।
  • वकील और न्यायाधीशों का समर्थन इस प्रक्रिया को बढ़ावा देगा।

पणजी, २६ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा में शुक्रवार को बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा 'मध्यस्थता जागरूकता वॉकथॉन' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई जजों ने भाग लिया। देश के विभिन्न भागों से वकील और लॉ के छात्र भी इस जागरूकता वॉकथॉन का हिस्सा बने।

सुप्रीम कोर्ट के वकील और भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि संदेश यह है कि कोर्ट में मामलों का जो बोझ है, जिसे सुलझाने में वर्षों लग जाते हैं, उसे देखते हुए आज किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए 'मध्यस्थता' सबसे उचित तरीका है। इसे बढ़ावा देने के लिए, बार काउंसिल ऑफ इंडिया की नेतृत्व में और आईआईयूएलईआर, गोवा के सहयोग से गोवा में 'मध्यस्थता' के लिए एक जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसका उद्देश्य 'मध्यस्थता' के बारे में जागरूकता फैलाना है ताकि देश की अदालतों पर बोझ कम हो सके।

उन्होंने कहा कि 'मध्यस्थता' का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपसी बातचीत और समझ से विवादों को कम समय में सुलझाया जा सकता है। मनन कुमार मिश्रा ने कहा, "भारत में पंचायती प्रणाली के माध्यम से 'मध्यस्थता' का पुराना रिवाज रहा है, जहां विवादों को आपसी सहमति से सुलझाया जाता था। अब, हम 'मध्यस्थता' को प्राथमिकता देने के लिए जागरूकता फैला रहे हैं। अगर कोई विवाद 'मध्यस्थता' से नहीं सुलझता है, तभी हमें अदालत का रुख करना चाहिए।"

भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कहा, "हर विवाद या संघर्ष अलग होता है और अदालतों में मामलों का निपटारा समय लेता है, जिससे तात्कालिक समाधान नहीं मिल पाता। अगर इन विवादों को 'मध्यस्थता' के माध्यम से सुलझाया जाए, तो समाधान संभव है, चाहे वह पारिवारिक मामला हो या कोई अन्य। मुख्य बात है कि मुद्दों को समय पर सुलझाया जाए।"

गोवा में कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि यहां का माहौल भी काफी संतुलित है। यहां का मौसम न बहुत गर्म है और न बहुत ठंडा है। यह वातावरण समाधान और समन्वय के लिए अनुकूल है।

Point of View

तो मध्यस्थता एक प्रभावी विकल्प साबित हो सकती है। इसे बढ़ावा देने से न केवल विवादों का त्वरित समाधान होगा, बल्कि न्याय प्रणाली पर भी बोझ कम होगा।
NationPress
26/12/2025

Frequently Asked Questions

मध्यस्थता क्या होती है?
मध्यस्थता एक वैकल्पिक विवाद समाधान प्रक्रिया है जिसमें एक तटस्थ तीसरा पक्ष विवादों को सुलझाने में मदद करता है।
इस वॉकथॉन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस वॉकथॉन का उद्देश्य 'मध्यस्थता' के प्रति जागरूकता फैलाना और इसका महत्व बताना था।
क्या मध्यस्थता कानूनी प्रक्रिया है?
हाँ, मध्यस्थता एक वैध कानूनी प्रक्रिया है, जो विवादों को सुलझाने का एक प्रभावी तरीका है।
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