क्या गोवा नाइटक्लब अग्निकांड में ब्रिटिश नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ इंटरपोल ब्लू कॉर्नर नोटिस की तैयारी हो रही है?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा में नाइटक्लब अग्निकांड ने 25 लोगों की जान ले ली।
- सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ इंटरपोल नोटिस जारी किया गया।
- जांच में अग्नि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन पाया गया।
- लूथरा ब्रदर्स को थाईलैंड से भारत लाया गया।
- हादसे के बाद मृतकों के शवों की पहचान हुई।
पणजी, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नॉर्थ गोवा के एक नाइटक्लब में हुए भयंकर अग्निकांड की जांच में तेजी आई है। इसी संदर्भ में, गोवा पुलिस ने ब्रिटेन के नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ इंटरपोल ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।
खोसला उस संपत्ति के मालिक हैं, जहाँ बगैर अनुमति के बने ढांचे में बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब का संचालन हो रहा था, जहाँ आग लगने से 25 लोगों की दुखद मौत हुई। गोवा पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी साझा की। पुलिस के एक प्रेस नोट के अनुसार, यह कदम खोसला के ठिकाने का पता लगाने और उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है, ताकि सभी भूमिकाओं की गहनता से जांच की जा सके।
इससे पहले, इस मामले में आरोपी लूथरा ब्रदर्स, सौरभ और गौरव, को भारत लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का सहारा लिया गया था। भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर थाई अधिकारियों ने दोनों को हिरासत में लिया और फिर उन्हें थाईलैंड से भारत डिपोर्ट किया गया। इसके बाद, गोवा पुलिस की टीम ने एयरपोर्ट पर ही दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया। ज्ञात हो कि अग्निकांड के बाद दोनों भाई थाईलैंड भाग गए थे।
यह हादसा पूरे देश को झकझोर देने वाला था। नाइटक्लब में लगी आग में 25 लोगों की जान चली गई, जबकि 6 अन्य घायल हुए। सभी मृतकों के शवों की पहचान पूरी हो चुकी है और उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।
एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जिस समय यह घटना हुई, उस वक़्त क्लब में लगभग 100 लोग मौजूद थे, जिनमें से कई बाहर निकलने में असमर्थ रहे। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि डेकोरेशन में उपयोग किए गए अत्यधिक ज्वलनशील सामग्रियों के कारण आग तेजी से फैली। जांच में अग्नि सुरक्षा नियमों की गंभीर अनदेखी भी सामने आई है।