क्या गोरखपुर में जटिल-दुर्लभ कैंसर का इलाज संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- गोरखपुर में जटिल कैंसर का उपचार संभव है।
- महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में विश्व प्रसिद्ध सर्जन की टीम है।
- कैंसर के लिए अत्याधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं।
- बुजुर्ग मरीजों को भी यहाँ इलाज की सुविधा मिल रही है।
- यह चिकित्सालय देश भर में एक भरोसेमंद मेडिकल हब बन रहा है।
गोरखपुर, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कैंसर पीड़ितों को अब दुरूह सर्जरी के लिए मुंबई या अन्य प्रमुख शहरों की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। जटिल और दुर्लभ कैंसर का उपचार अब गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (एमजीयूजी) के महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में ही किया जाएगा।
कम समय में लगातार कैंसर की सफल सर्जरी करने की उपलब्धि वाले इस चिकित्सालय में, कन्याकुमारी से आए एक बुजुर्ग मरीज का विश्व प्रसिद्ध कैंसर सर्जन डॉ. संजय माहेश्वरी के नेतृत्व वाली मेडिकल टीम ने रेयर पैरोटिड ग्लैंड कैंसर को सफलतापूर्वक हटाया है। यह चिकित्सालय जटिल कैंसर सर्जरी के लिए देश के प्रमुख संस्थानों में शामिल हो गया है। एमजीयूजी परिसर में पिछले वर्ष इसके संबद्ध मेडिकल कॉलेज को एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता मिली है, साथ ही महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय भी पूरी तरह से क्रियाशील है।
अनेक अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित इस चिकित्सालय में दुनिया के जाने-माने कैंसर सर्जन और एमपी बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजय माहेश्वरी की सेवा उपलब्ध है। डॉ. माहेश्वरी के अनुसार, महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में हाल ही में कैंसर के इलाज की जानकारी कन्याकुमारी से आए 76 वर्षीय मरीज को मिली थी। (निजता के कारण मरीज का नाम नहीं बताया जा रहा है)।
उक्त मरीज की लार ग्रंथि में जटिल और दुर्लभ कैंसर की बीमारी थी। वह कई स्थानों पर उपचार कराने के बाद एक नई आशा लेकर एमजीयूजी परिसर के महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय आया था। हाल ही में इस मरीज का सुप्राहायॉइड ब्लॉक विच्छेदन के साथ दाहिनी ओर के रेयर पैरोटिड ग्लैंड कैंसर की सफल सर्जरी की गई। सर्जरी टीम का नेतृत्व डॉ. संजय माहेश्वरी ने किया, जिसमें डॉ. सीएम सिन्हा, डॉ. तिवारी, डॉ. नेहा, ओटी और अन्य स्टाफ शुभ, दीपक, रवि, रघुराम आदि शामिल थे।
महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में दुर्लभ किस्म के जटिल कैंसर की सफल सर्जरी पर एमजीयूजी के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने प्रसन्नता व्यक्त की है। कुलपति ने कहा कि कन्याकुमारी से आए मरीज का सफल इलाज यह दर्शाता है कि इस चिकित्सालय की ख्याति पूरे देश में फैल रही है।
यह ध्यान देने योग्य है कि इस चिकित्सालय में पूर्व में कैंसर की मॉडिफाइड रेडिकल मास्टेक्टॉमी (एमआरएम) सर्जरी भी सफलतापूर्वक की जा चुकी है। महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय उत्तर प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों के मरीजों के लिए भी एक भरोसेमंद केंद्र बन रहा है। यहाँ पूर्वी और दक्षिणी भारत तक के मरीजों का ससम्मान इलाज हो रहा है। कन्याकुमारी से आए मरीज के उपचार से पहले गुवाहाटी के एक आईआईटी छात्र का भी सफल इलाज किया जा चुका है।
डॉ. संजय माहेश्वरी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृष्टिकोण से गोरखपुर एक ऐसा मेडिकल हब बनने की दिशा में अग्रसर है, जहाँ भौगोलिक सीमाओं से परे लोगों का विश्वास बढ़ रहा है। सीएम योगी की देखरेख में सरकारी क्षेत्र के साथ ही महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में चिकित्सा की विश्वस्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध हैं।