क्या गोरेगांव की 17 साल की नाबालिग ने अपने दोस्त के ब्लैकमेल से तंग आकर आत्महत्या की?
सारांश
Key Takeaways
- नाबालिग का मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है।
- परिवार को बच्चों की दोस्ती पर ध्यान देना चाहिए।
- ब्लैकमेलिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए।
- समाज को जागरूक होना जरूरी है।
- मनोवैज्ञानिक सहायता का महत्व।
मुंबई, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के गोरेगांव में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 17 साल की नाबालिग लड़की ने अपने दोस्त से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। परिवार ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, नाबालिग लड़की और संजय राज के बीच दोस्ती थी, जो धीरे-धीरे गहरी होती गई। आरोप है कि संजय ने नाबालिग को उसकी इंटीमेट तस्वीरें लीक करने की धमकी दी, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गई।
पुलिस के अनुसार, अगस्त में लड़की और संजय चेन्नई गए थे, लेकिन परिवार ने लड़की को वापस बुला लिया और संजय से दोस्ती खत्म करने के लिए कहा। इसके बाद संजय ने लड़की को परेशान करना शुरू कर दिया और उसे पैसे के लिए ब्लैकमेल करने लगा।
लड़की ने बदनामी के डर से अपने घर से पैसे चुराए, ताकि वह संजय को दे सके। जब परिवार को मामले की जानकारी हुई, तो उन्होंने संजय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मानसिक दबाव और डर के कारण लड़की ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है, ताकि आरोपी को कठोर सजा दी जा सके। नाबालिग के इस कदम से परिवार और मोहल्ले में शोक का माहौल है।