क्या ग्रेटर नोएडा में भनौता में अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई हुई है?

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क्या ग्रेटर नोएडा में भनौता में अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई हुई है?

सारांश

ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण के खिलाफ प्राधिकरण ने एक बड़ी कार्रवाई की है। भनौता गांव में अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चला कर लगभग 40 हजार वर्ग मीटर भूमि को मुक्त कराया गया है, जिसकी कीमत 80 करोड़ रुपये है। जानिए इस कार्रवाई के पीछे की कहानियाँ और प्राधिकरण के अगले कदम।

Key Takeaways

  • ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण के खिलाफ प्राधिकरण का सख्त रुख।
  • भनौता गांव में 40 हजार वर्ग मीटर जमीन की गई मुक्त।
  • प्राधिकरण ने 80 करोड़ रुपये की संपत्ति को पुनः कब्जे में लिया।
  • अवैध कॉलोनाइज़र्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
  • स्थानीय पुलिस की सहायता से कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

ग्रेटर नोएडा, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ प्राधिकरण की कार्रवाई जारी है। प्राधिकरण ने बुधवार को भनौता गांव में बुलडोजर का उपयोग करते हुए लगभग ४० हजार वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया। इस कार्यवाही में प्राधिकरण ने करीब ८० करोड़ रुपये की संपत्ति को पुनः अपने नियंत्रण में लिया।

सूत्रों के अनुसार, कॉलोनाइज़र इस भूमि पर अवैध रूप से प्लॉटिंग करने का प्रयास कर रहे थे। सीईओ एन.जी. रवि कुमार के निर्देश पर अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है। सीईओ ने अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

ग्राम भनौता ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में स्थित है, जहां अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह के निर्देश पर परियोजना विभाग की कार्य सर्किल दो की टीम ने बुधवार को भनौता गांव में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

इस अभियान का नेतृत्व कर रहे प्राधिकरण के महाप्रबंधक ए.के. सिंह ने बताया कि कॉलोनाइज़र ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम भनौता के खसरा संख्या-३६६ पर अवैध प्लॉटिंग करने का प्रयास कर रहे थे। बिना नक्शा पास किए गए अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण ने नोटिस भी जारी की थी, लेकिन कॉलोनाइज़र चोरी-छिपे अवैध कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे थे।

ओएसडी भूलेख राम नयन सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक सन्नी यादव, प्रभात शंकर, मैनेजर स्वतंत्र वर्मा, विवेक किशोर, अभिषेक पाल, नीतीश कुमार, जेई नरेश गुप्ता, हरिंद्र सिंह, राम किशन और परियोजना विभाग की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।

प्राधिकरण की टीम ने छह जेसीबी और पांच डंपर की मदद से तीन घंटे में इस कार्रवाई को पूरा किया। इस कार्यवाही में लगभग ४० हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त कराया गया, जिसकी कीमत ८० करोड़ रुपये आंकी गई है।

एसीईओ सुमित यादव ने अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बिना अनुमति या बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। अवैध कॉलोनी में अपनी मेहनत की कमाई न फंसाएं।

Point of View

हमें यह समझना होगा कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाइयाँ न केवल कानून का पालन करने के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि नागरिकों को सुरक्षित और वैध आवास मिले। इस प्रकार की कार्रवाई से अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी और समाज में अनुशासन की भावना भी बढ़ेगी।
NationPress
27/12/2025

Frequently Asked Questions

ग्रेटर नोएडा में अवैध निर्माण पर कार्रवाई क्यों की गई?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अवैध प्लॉटिंग और निर्माण को रोकने के लिए यह कार्रवाई की है।
कितनी जमीन मुक्त कराई गई?
लगभग 40 हजार वर्ग मीटर जमीन को इस कार्रवाई के दौरान मुक्त कराया गया।
इस कार्रवाई की लागत क्या है?
इस कार्रवाई में मुक्त कराई गई जमीन की कीमत लगभग 80 करोड़ रुपये है।
प्राधिकरण की अगली रणनीति क्या होगी?
प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है।
कॉलोनाइज़र के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएंगे?
अधिकारियों ने अवैध कॉलोनाइज़र्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
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