क्या ग्रेटर नोएडा के हॉस्टल में छात्र ने आत्महत्या की?
सारांश
Key Takeaways
- घटना ने छात्रों में भय और चिंता बढ़ाई है।
- पुलिस जांच में तकनीकी साक्ष्यों का महत्व है।
- मृतक के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क की आवश्यकता है।
- पारिवारिक समर्थन की अहमियत।
ग्रेटर नोएडा, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित तुगलपुर के क्राउन हॉस्टल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एमसीए थर्ड सेमेस्टर के एक छात्र ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और हॉस्टल प्रबंधन ने तत्क्षण पुलिस को इस बारे में सूचित किया।
सूचना प्राप्त होते ही नॉलेज पार्क थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कमरे का निरीक्षण किया।
पुलिस के अनुसार, मृतक छात्र की पहचान झारखंड के निवासी कृष्णकांत (25) के रूप में हुई है। वह एमसीए की पढ़ाई कर रहा था और हॉस्टल में किराए पर रह रहा था। छात्रों और आसपास के लोगों ने बताया कि कृष्णकांत का स्वभाव सामान्यतः शांत था और वह अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करता था। लेकिन, घटना के दिन उसके व्यवहार में कोई असामान्यता नहीं देखी गई।
पुलिस ने कहा कि जब हॉस्टल के साथी छात्र उसकी हालात जानने पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। बार-बार आवाज देने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिसके बाद प्रबंधन को सूचित किया गया। पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा खोलने पर छात्र फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हैं। कमरे की तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस तकनीकी और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है। मृतक के मोबाइल फोन और लैपटॉप की भी फॉरेंसिक जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने यह कदम क्यों उठाया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है। परिवार के आने के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
घटना के बाद हॉस्टल परिसर में शोक और भय का माहौल है। साथी छात्र भी इस घटना से गहरे सदमे में हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी जांच के बाद ही मौत के कारणों पर कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। मामले की जांच जारी है।