क्या पीएम मोदी ने ग्रेटर नोएडा में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ में उद्यमियों से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- ग्रेटर नोएडा में 'इंटरनेशनल ट्रेड शो' का आयोजन हुआ।
- पीएम मोदी ने उद्यमियों से बातचीत की।
- युवाओं के लिए नए अवसरों का सृजन।
- सरकार का उद्यमिता को बढ़ावा देने का प्रयास।
- पीएम विश्वकर्मा योजना और सीएम युवा योजना की चर्चा।
नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पीएम मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का उद्घाटन करने के बाद वहां पहुंचे उद्यमियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री से चर्चा करने वाले उद्यमी अभिषेक ग्रोवर ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि पीएम मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना और सीएम युवा योजना के संबंध में उनके कार्यों की जानकारी ली।
ग्रोवर ने बताया, "हम इन दोनों योजनाओं से जुड़े हुए हैं। पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने हमसे जानकारी ली कि हमारी योजनाएं क्या हैं और हम किस प्रकार से युवाओं को जोड़ने में सफल रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों को सशक्त करने का प्रयास कर रहे हैं।"
ग्रोवर ने आगे कहा कि यह ट्रेड शो एक बड़ा मंच है, जहां आप अपने ब्रांड को प्रदर्शित कर सकते हैं। यह जनता को यह बताने का अवसर देता है कि आपका व्यवसाय क्या है और युवाओं की सहभागिता कैसे बढ़ाई जा सकती है। यह शो युवाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
ट्रेड शो में दूसरी बार पहुंची निशात मिर्जा ने कहा कि पीएम मोदी से बातचीत करना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी ने मुझसे पूछा कि हमारा सामान कैसे बिक रहा है, और उन्होंने हमारी सराहना की।"
ग्लोबल लीडर एडवर्ब कंपनी में काम करने वाले राहुल त्यागी ने बताया, "आज सुबह पीएम मोदी हमारे बूथ पर आए थे। उन्होंने हमारे सीईओ संगीत कुमार से बातचीत की। यह पल हमारे लिए उत्साह भरा था।"
हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी राफे एमफिब्र की पूजा मिश्रा ने कहा, "हमारे चेयरमैन विकास मिश्रा के साथ पीएम मोदी ने बातचीत की। हमने उन्हें आश्वस्त किया कि हम डिफेंस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बना सकते हैं।"
मिश्रा ने बताया कि पिछले महीने रक्षा मंत्री उनकी फैसिलिटी में आए थे और कहा, "हमारी फैसिलिटी कई मामलों में नंबर एक है। हम रिसर्च-ड्रिवन एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर्स हैं।"
उन्होंने कहा, "हम ७०० लोगों के साथ काम कर रहे हैं और आने वाले ३-४ वर्षों में यह संख्या १०,००० करने का लक्ष्य है।"