क्या गुजरात में भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी है?

सारांश
Key Takeaways
- सड़कों की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी है।
- मुख्यमंत्री की सक्रियता से कार्यों में तेजी आई है।
- भारी वर्षा से सड़कों को गंभीर नुकसान हुआ है।
- कुल 14,169 गड्ढों में से 62% भरने का कार्य पूर्ण हुआ है।
- रूट डायवर्जन के माध्यम से यातायात को सुरक्षित किया जा रहा है।
गांधीनगर, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मानसून के दौरान हुई भारी बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में सड़कों को गंभीर नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देशों के अनुसार, राज्य के सड़क एवं भवन विभाग द्वारा सड़कों की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
अब तक, राज्य की क्षतिग्रस्त सड़कों के माइनर पैचवर्क का 51 प्रतिशत और मेजर पैचवर्क का 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अतिरिक्त, सड़कों में बने छोटे गड्ढों को भरने का 62 प्रतिशत से अधिक कार्य संपन्न किया जा चुका है।
गुजरात में कुल 1.19 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कें हैं, जिनमें से भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों पर सड़क एवं भवन विभाग द्वारा माइनर पैचवर्क के लिए 1,893 किमी में से 957 किमी यानी 51 प्रतिशत और मेजर पैचवर्क के लिए 1,074 किमी में से 425 किमी यानी 40 प्रतिशत कार्य पूरा किया गया है।
इसके साथ ही, बाकी सड़कों की मरम्मत का कार्य तेजी से जारी है।
अब तक, कुल 14,169 छोटे गड्ढों में से 8,841 यानी 62 प्रतिशत से अधिक को भरने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिनमें कंक्रीट से भरे 243 गड्ढे, पेवर ब्लॉक से भरे 138 गड्ढे, मेटल से भरे 5,480 गड्ढे और डामर से भरे 2,840 गड्ढे शामिल हैं। अगली दिनों में भी सड़क एवं भवन विभाग द्वारा आवश्यक सतर्कता बरतते हुए सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है।
इसके अलावा, राज्य में भारी बारिश के चलते 183 सड़कों पर रूट डायवर्जन किया गया है। इनमें से 154 सड़कों का क्वालिटी कंट्रोल निरीक्षण किया गया है। डायवर्जन की गई सड़कों में से 12 सड़कों पर यातायात को पुनः चालू किया गया है।
इसके अलावा, सड़क एवं भवन विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार, करीब 98 डायवर्जन बेहतर स्थिति में हैं और 41 डायवर्जन पर मरम्मत का काम चल रहा है।