क्या सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर गुजरात में यात्रा का उत्साह जारी है?
सारांश
Key Takeaways
- सरदार पटेल की 150वीं जयंती का आयोजन
- राष्ट्रीय एकता मार्च में भागीदारी
- युवाओं को सराहना और प्रेरणा
- सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनी
- देशभर में एकता का संदेश
वडोदरा, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर चलने वाला ‘राष्ट्रीय एकता मार्च’ शुक्रवार को तीसरे दिन भी गुजरात में बेहद उत्साह के साथ आगे बढ़ा। सुबह अंकलेश्वर के हरे कृष्ण मंदिर से आरंभ हुई 15.4 किलोमीटर लंबी पदयात्रा सेवासी के आरणा लॉन्स तक पहुंची। इस यात्रा में हजारों युवा, स्थानीय लोग और स्कूली बच्चे शामिल हुए।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, राज्य मंत्री अजय टम्टा, सांसद हेमांग जोशी, पूर्व सांसद रंजनबेन भट्ट, पूर्व उपमुख्यमंत्री नरहरि अमीन और कई विधायक उपस्थित रहे।
केंद्रीय मंत्री मांडविया ने अटलादरा के बीएपीएस मंदिर में आयोजित ‘सरदार गाथा’ कार्यक्रम में उन 150 युवाओं को बधाई दी, जिन्होंने माई भारत पोर्टल पर आयोजित सरदार पटेल क्विज में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त किए। इस क्विज में अब तक 5 लाख से ज्यादा युवाओं ने भाग लिया है। सभी 150 युवा इस पूरी 11 दिन की पदयात्रा में साथ चल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “सरदार पटेल अनुशासन और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक थे। उन्होंने एक भारत का निर्माण किया, और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी को श्रेष्ठ और आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटे हैं। आज का युवा उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहा है।”
देशभर में यह अभियान शानदार रंग दिखा रहा है। तीसरे दिन तक 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में 620 से अधिक जिलों में 1,514 पदयात्राएं हो चुकी हैं। इनमें 15 लाख से ज्यादा लोगों ने भाग लिया और कुल 10,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की गई।
शाम को सेवासी के आरणा लॉन्स में ‘सरदार और बारडोली सत्याग्रह’ पर विशेष प्रदर्शनी लगाई गई। इसके बाद ग्राम सभा, नृत्य नाटिका, भजन संध्या और दयारो जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए।
शनिवार सुबह की पदयात्रा वडोदरा में गोत्री रोड के ईस्कॉन मंदिर से शुरू होकर नवलखी मैदान तक जाएगी। यह यात्रा बीपीसीएल चार्जिंग स्टेशन, ब्रह्मकुमारी आश्रम, बीएपीएस मंदिर और छत्रपति शिवाजी सर्कल से गुजरेगी। नवलखी मैदान में एक बड़ा सांस्कृतिक समारोह होगा। गुजरात सहित पूरे देश में चल रहा यह 11 दिन का अभियान सरदार पटेल के एक भारत के सपने को याद करते हुए लाखों लोगों को एकजुट कर रहा है।