क्या गुना के विकास कार्यों में संस्कृति और परंपरा की झलक मिलेगी?: ज्योतिरादित्य सिंधिया

सारांश
Key Takeaways
- स्थानीय संस्कृति को विकास कार्यों में शामिल करना महत्वपूर्ण है।
- शहर की सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण आवश्यक है।
- विकास कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखना चाहिए।
- नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखना आवश्यक है।
गुना, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री और गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना जिले के विकास कार्यों की प्रशासनिक टीम और जनप्रतिनिधियों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की। उन्होंने कहा कि इन विकास कार्यों में स्थानीय संस्कृति और परंपरा की आत्मा का प्रतिबिंब होना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में गुना शहर के सौंदर्यीकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास कार्यों की गहन समीक्षा की गई। सभी प्रतिनिधियों ने शहर को और आकर्षक बनाने के सुझाव प्रस्तुत किए, जिन्हें ध्यान में रखते हुए एक सामान्य सहमति पर रोडमैप तैयार किया गया।
सिंधिया ने कहा कि गुना शहर में होने वाले प्रत्येक विकास कार्य का मुख्य उद्देश्य नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार करना, यातायात को सुगम बनाना और शहर की सांस्कृतिक एवं पर्यटन धरोहरों का संरक्षण करना होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़कों, हेरिटेज रोड्स, मंदिर परिसरों और नदी क्षेत्र के विकास कार्यों में गुणवत्ता, टिकाऊ सामग्री और स्थानीय सांस्कृतिक पहचान पर विशेष ध्यान दिया जाए।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि विकास कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखें, जनता के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें और प्राप्त सुझावों को योजनाओं में शामिल करें। गुना की धरती पर होने वाले हर विकास कार्य में स्थानीय संस्कृति और परंपरा की आत्मा झलकनी चाहिए। हमारा लक्ष्य गुना को आधुनिक सुविधाओं से युक्त और सांस्कृतिक एवं पर्यटन दृष्टि से आकर्षक बनाना है, यही हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।
इस बैठक में शहर के ट्रैफिक सुधार, पार्किंग सुविधाएं, शहर के प्रवेश द्वार, माधव वाटिका, सेल्फी प्वाइंट, ऑक्सीजन पार्क, सड़क चौड़ीकरण, गुणिया नदी विकास, पर्यटन और जलक्रीड़ा परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त किए गए, जिनके आधार पर आगे की कार्ययोजना विकसित की गई। स्थानीय सांसद सिंधिया ने कहा कि नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी योजनाओं को निर्धारित समयसीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शहर के विकास कार्यों में स्थानीय इतिहास, परंपरा और विरासत की झलक अवश्य परिलक्षित होनी चाहिए।