क्या गुना में बाढ़ से हाहाकार है? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हालात का लिया जायजा

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क्या गुना में बाढ़ से हाहाकार है? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हालात का लिया जायजा

सारांश

मध्य प्रदेश के गुना जिले में बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहत कार्यों का निरीक्षण करते हुए प्राथमिकता से सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया। जानिए इस संकट की गहराई और सरकार के प्रयासों के बारे में।

Key Takeaways

  • बाढ़ ने गुना में भारी तबाही मचाई है।
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहत कार्यों का निरीक्षण किया है।
  • सरकार ने 7,000 लोगों को राहत राशि वितरित की है।
  • जल निकासी में अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है।
  • स्थानीय समुदाय को राहत कार्यों में शामिल होने की जरूरत है।

गुना, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के गुना जिले में बाढ़ ने विनाशकारी प्रभाव डाला है। लगातार बारिश और जलभराव के चलते आम जीवन प्रभावित हो गया है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले चार दिनों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।

शनिवार की शाम उन्होंने गुना के गोपालपुरा, भगत सिंह कॉलोनी, पटेल नगर, शिव कॉलोनी और न्यू सिटी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित नागरिकों से बातचीत की, उनके समस्याओं को सुना और मौजूदा स्थिति का आकलन किया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में 7,000 लोगों को एक साथ राहत राशि प्रदान की गई है।

उन्होंने इसे एक अभूतपूर्व कदम बताते हुए कहा कि जिन परिवारों को बाढ़ से नुकसान हुआ है, उन सभी की सहायता करने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ लोग जो अभी तक राहत से वंचित हैं, उनके लिए प्रशासन को तत्काल निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी प्रभावित परिवार सहायता से महरूम न रहे।

बाढ़ के कारण जल निकासी की समस्याओं पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि गुनिया नदी और गोपालपुरा तालाब के आसपास अतिक्रमण के चलते पानी का बहाव बाधित हो गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। मैंने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि अतिक्रमण हटाया जाए और जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए। किसी भी कीमत पर लोगों को कष्ट नहीं होने दिया जाएगा।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर देते हुए जनता से श्रमदान और सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा, “यह जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। हमें मिलकर इस संकट का सामना करना होगा। हमारी सरकार प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव मदद और पुनर्वास कार्य को प्राथमिकता दे रही है।”

केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि अपने अगले दौरे पर वे स्वयं प्रशासन और जनता के साथ मिलकर श्रमदान करेंगे ताकि राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।

गुना जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज गति से चल रहे हैं। प्रशासन ने अस्थायी आश्रय स्थल, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। स्थानीय लोग भी एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।

Point of View

और यह चुनौती न केवल प्रशासनिक है, बल्कि सामुदायिक भी। सभी के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है ताकि प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता मिल सके। सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता दे रही है, लेकिन समाज का सहयोग भी आवश्यक है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

गुना में बाढ़ से कितने लोग प्रभावित हुए हैं?
गुना में बाढ़ से लगभग 7,000 लोग प्रभावित हुए हैं, जिन्हें राहत राशि वितरित की गई है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ के दौरान क्या कदम उठाए हैं?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और राहत कार्यों को तेज करने के लिए प्रशासन को निर्देश दिए हैं।
बाढ़ के कारण जल निकासी में क्या समस्या है?
गुनिया नदी और गोपालपुरा तालाब के आसपास अतिक्रमण के कारण जल निकासी में कठिनाई आ रही है।
स्थानीय लोग बाढ़ राहत में कैसे मदद कर सकते हैं?
स्थानीय लोग श्रमदान और सहयोग के माध्यम से राहत कार्यों में योगदान कर सकते हैं।
सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए क्या उपाय किए हैं?
सरकार ने अस्थायी आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।