क्या दादरी घटना पर गुर्जरों के समर्थन में भाजपा विधायक नंद किशोर ने कदम बढ़ाया?

सारांश
Key Takeaways
- गुर्जर समाज का पथराव में कोई संबंध नहीं।
- पुलिस ने गलत तरीके से मामले दर्ज किए हैं।
- राजनीतिक द्वेष समाज में अशांति फैलाता है।
- सामाजिक सद्भाव को बनाए रखना आवश्यक है।
- असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
मेरठ, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजियाबाद की लोनी विधानसभा के भाजपा विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने मंगलवार को मेरठ में एडीजी मेरठ जोन से भेंट की। इस भेंट के दौरान उन्होंने दादरी गांव में हाल ही में आयोजित गुर्जर महापंचायत के दौरान पुलिस पर हुए पथराव की घटनाओं पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पथराव में गुर्जर समाज का कोई संबंध नहीं था और इसमें शामिल लोग बाहरी तत्व थे।
नन्द किशोर ने कहा कि मुस्लिम जिहादी इस पथराव में शामिल थे और प्रशासन ने समाज के लोगों पर गलत तरीके से मुकदमे दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि एडीजी ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
नन्द किशोर ने राजपूत और गुर्जर समाज को एक ही बिरादरी मानते हुए कहा कि राजनीतिक द्वेष के कारण असामाजिक तत्व दोनों समुदायों के बीच झगड़ा कराने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाएं समाज में अशांति फैलाती हैं और इन्हें रोकना अत्यंत आवश्यक है।
मुजफ्फरनगर दंगों में आजम खां के नकारात्मक कार्यों और उनकी हालिया रिहाई पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वह अभी बेल पर हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर दंगों में उनके द्वारा किए गए कृत्यों का परिणाम भुगतना होगा।
नन्द किशोर ने 'आई लव मोहम्मद' विवाद पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि यह शरीयत के खिलाफ है और अंग्रेजी में ऐसा बोलना माहौल बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है। उनका मानना है कि यह एक गलत परंपरा शुरू करके दंगा कराने की साजिश है।
विधायक ने डांडिया और गरबा कार्यक्रमों में मुसलमानों का नाम बदलकर जाने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और कहा कि ऐसे लोगों को बैन किया जाना चाहिए, क्योंकि ये लोग वहां छेड़छाड़ कर सकते हैं।
नवरात्री के दौरान मीट शॉप पर प्रतिबंध के सवाल पर नन्द किशोर ने कहा कि उनके क्षेत्र में मीट शॉप पूर्ण रूप से बंद हैं, जिससे समुदायों में सद्भावना बनी रहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई मीट शॉप खोलेगा, तो प्रशासन उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा।