क्या मणिकम टैगोर का बयान निंदनीय है? गुरु प्रकाश पासवान का माफी मांगने का आग्रह
सारांश
Key Takeaways
- गुरु प्रकाश पासवान ने मणिकम टैगोर के बयान की निंदा की।
- आरएसएस के सामाजिक कार्यों की सराहना की गई।
- कांग्रेस नेताओं को आरएसएस पर टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं है।
- जम्मू-कश्मीर में विकास की गति तेज हो रही है।
रांची, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर के बयान की आलोचना करते हुए उनसे माफी की मांग की। उन्होंने मणिकम टैगोर के बयान को उनकी ‘असंतुलित मानसिकता’ का परिणाम बताया।
गुरु प्रकाश ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में यह कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने समाज कल्याण के लिए जो योगदान दिया है, वह कांग्रेस कभी नहीं कर पाएगी। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं को आरएसएस पर टिप्पणी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने आरएसएस द्वारा स्थापित सामाजिक कल्याण संगठनों का उल्लेख करते हुए उनके योगदान को भी उजागर किया। गुरु प्रकाश पासवान के अनुसार, आरएसएस ने कई प्रकार के संगठनों का गठन किया है, जिनमें विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन, श्रमिक संगठन, भाजपा जैसी राजनीतिक पार्टी और आदिवासियों के लिए वनवासी संगठन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस का योगदान कांग्रेस से कहीं अधिक है और यह सुनिश्चित किया गया है कि समाज का अंतिम व्यक्ति भी विकास से वंचित न रह जाए। आरएसएस ने विकास को गति देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
गुरु प्रकाश पासवान ने कुलदीप सिंह सेंगर को सुप्रीम कोर्ट से मिले नोटिस पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कानून की नजर में सभी बराबर हैं, और कांग्रेस के नेताओं को इस बात को समझना चाहिए।
महबूबा मुफ्ती के बयान पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद विकास की रफ्तार तेज हुई है। वर्तमान सरकार जम्मू-कश्मीर को उद्योग का केंद्र बनाने के लिए प्रयासरत है, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में निवेश की संभावनाएं बढ़ रही हैं और सभी निवेशक घाटी में निवेश के लिए इच्छुक हैं। इसके परिणामस्वरूप, जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक माहौल विकसित हो रहा है।