क्या हल्द्वानी में सीएससी सेंटर में पुलिस ने छापा मारा? फर्जी डॉक्यूमेंट बन रहे थे, 8 सेंटर सील

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने 8 अवैध सीएससी सेंटरों को सील किया।
- फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में कार्रवाई की गई।
- कानून का पालन न करने वाले केंद्रों को चेतावनी दी गई है।
हल्द्वानी, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नैनीताल जिले के हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध गतिविधियों की शिकायत पर एक बड़ी कार्रवाई की है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 8 सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) केंद्रों को बंद कर दिया है। इन केंद्रों पर बिना अनुमति संचालित करने और सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर अवैध दस्तावेज तैयार करने का आरोप है।
एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र ने बताया कि लगातार शिकायतें आ रही थीं कि कुछ सीएससी सेंटरों पर सेवा की गुणवत्ता खराब है और वहां अवैध तरीके से सरकारी दस्तावेज बनाए जा रहे हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बनभूलपुरा थाना प्रभारी सुशील कुमार के नेतृत्व में पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं। इसके बाद क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
पुलिस की जांच में कुल 19 सीएससी सेंटरों की तलाशी ली गई, जिनमें से कई के पास संचालन की अनुमति नहीं थी। वहीं, कुछ केंद्रों पर अवैध रूप से दस्तावेज बनाए जा रहे थे।
जांच में यह भी सामने आया कि इन केंद्रों द्वारा रजिस्टर का रखरखाव नहीं किया गया था, रेट लिस्ट प्रदर्शित नहीं की गई थी और सीसीटीवी कैमरे भी उपलब्ध नहीं थे। इस अनियमितता के चलते 8 केंद्रों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया।
कार्यवाही के दौरान कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि इनकी जांच की जा रही है और रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जांच में मजिस्ट्रेट को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिन लोगों की संलिप्तता सामने आएगी, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी सिटी ने स्पष्ट कहा है कि यदि सीएससी सेंटर नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी संचालकों को चेतावनी दी गई है कि वे केवल निर्धारित नियमों के अनुसार ही केंद्र का संचालन करें।
बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में लंबे समय से अवैध दस्तावेज बनाने की शिकायतें सामने आती रही हैं। पूर्व में भी पुलिस ने इसी तरह की कार्रवाई की थी। इसके बावजूद कुछ केंद्र अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए गए। इस बार पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए एक बार फिर अभियान चलाया और सेंटरों को सील किया।