क्या हमीरपुर में चंदन तस्कर बेखौफ हैं, निजी जमीन से काट ले गए पेड़?

सारांश
Key Takeaways
- चंदन तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- स्थानीय निवासियों में दहशत है।
- प्रशासन को गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है।
- वन विभाग ने पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्णय लिया है।
- समुदाय की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
हमीरपुर, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में चंदन तस्करों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में चंदन के चार पेड़ों की चोरी की घटनाओं के बाद, अब वार्ड नंबर १० में एक और चंदन का पेड़ तस्करों द्वारा काटकर चुरा लिया गया।
यह घटना बुधवार रात करीब १ बजे की है। हमीरपुर में चंदन की लकड़ी की चोरी से स्थानीय लोग दहशत में हैं।
इस बार तस्करों का शिकार बने हैं वार्ड नंबर १० के निवासी प्रदीप ठाकुर। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस चंदन के पेड़ को २५ वर्ष पहले वानिकी कॉलेज नेरी से लाकर लगाया था और इसकी देखरेख बच्चों की तरह की थी। गुरुवार सुबह जब उन्होंने पेड़ को कटा पाया, तो वे स्तब्ध रह गए। प्रदीप ठाकुर ने तुरंत ११२ नंबर पर सूचना देकर शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि आस-पड़ोस में अगर किसी को चंदन की लकड़ी की जरूरत होती थी, तो इसी पेड़ से चंदन की लकड़ी ली जाती थी।
स्थानीय निवासी तिलक राज ठाकुर ने बताया कि एक पुराना चंदन का पेड़ चोरों ने बुधवार रात करीब १:०० बजे काट लिया। शातिरों ने बड़ी चालाकी से ९ फुट का हिस्सा काटकर ले गए, जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि चोर कुछ दिन पहले ही पेड़ की रेकी कर चुके होंगे। पहले भी हमीरपुर शहर के एनआईटी और अन्य स्थानों पर चंदन के पेड़ काटे गए थे। अभी तक कोई भी शातिर वन विभाग की पकड़ में नहीं आया है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।
हमीरपुर वन विभाग के डीएफओ अंकित सिंह ने पुष्टि की कि निजी भूमि से चंदन का पेड़ काटे जाने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि पहले भी शहर के एनआईटी क्षेत्र और अन्य स्थानों पर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया। उन्होंने आगे कहा कि वनकर्मियों को रात्रिकालीन पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं ताकि ऐसे गिरोहों को पकड़ा जा सके।