क्या हरियाणा आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की?

सारांश
Key Takeaways
- चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
- वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या की।
- उनकी पत्नी जापान में हैं।
- मामले की जांच जारी है।
- मानसिक स्वास्थ्य की महत्वता पर विचार आवश्यक है।
चंडीगढ़, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज की।
चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) बीएनएस और 3(1)(आर) पीओए (एससी/एसटी) अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई चंडीगढ़ सेक्टर पुलिस द्वारा की गई। पुलिस ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।
ज्ञात हो कि हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
घटना के समय उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार घर पर मौजूद नहीं थीं। वह हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर हैं। वह विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव के पद पर तैनात हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि सेक्टर-11 में स्थित सरकारी आवास में वाई पूरण कुमार ने आत्महत्या कर ली है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घर को सील कर दिया और फॉरेंसिक विशेषज्ञों को जांच के लिए बुलाया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अधिकारी ने अपने लाइसेंस प्राप्त हथियार से खुद को गोली मारी।
चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर के अनुसार, सेक्टर-11 पुलिस स्टेशन को दोपहर लगभग 1:30 बजे एक आत्महत्या की सूचना मिली थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का शव उनके घर पर पाया गया।
वाई पूरन कुमार हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी थे और इस समय पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात थे। अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निभाई थी।