क्या हजारीबाग में नवविवाहिता की हत्या दहेज के लिए हुई?

सारांश
Key Takeaways
- दहेज हत्या के मामले में पुलिस सक्रियता से काम कर रही है।
- समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है।
- सरिता के परिवार ने न्याय की मांग की है।
हजारीबाग, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र के फुरक्का गांव में एक नवविवाहिता का शव कुएं से बरामद किया गया है। मृतका की पहचान 22 वर्षीय सरिता कुमारी के रूप में की गई है, जिसकी शादी लगभग 15 महीने पहले हुई थी।
सरिता के परिवार ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
परिजनों का कहना है कि 15 महीने पहले सरिता की शादी फुरक्का गांव के निवासी पवन यादव के साथ हुई थी। शादी के समय ससुराल वालों की मांग के अनुसार दान-दहेज दिया गया था, लेकिन शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष ने मोटरसाइकिल की मांग की। मांग पूरी न होने पर सरिता को लगातार प्रताड़ित किया जाता था।
इस विवाद को कई बार गांव की पंचायत में उठाया गया और दोनों पक्षों के बीच समझौता भी हुआ, लेकिन उत्पीड़न का सिलसिला जारी रहा।
मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि बुधवार की रात सरिता की हत्या कर उसका शव कुएं में फेंक दिया गया। सुबह स्थानीय लोगों ने कुएं में शव देखा और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही इचाक थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। घटना के बाद मृतका का पति पवन यादव, सास और ससुर घर छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, हजारीबाग भेज दिया है। मृतका के परिवार की लिखित शिकायत पर पुलिस ने पति, सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या, उत्पीड़न और साक्ष्य मिटाने से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है।
इस मामले में इचाक थानाध्यक्ष राजदीप कुमार ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। स्थानीय निवासियों ने घटना पर विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि सरिता को दहेज के नाम पर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।