क्या ट्रंप के टैरिफ प्रेशर के बीच भारत और अमेरिका के रिश्ते पर पूर्व राजनयिक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कुछ कहा?

सारांश
Key Takeaways
- भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध महत्वपूर्ण हैं।
- ट्रंप और मोदी के बीच संवाद से संबंधों में मजबूती आएगी।
- भारत ने ट्रंप के दावे को खारिज किया है।
- दुनिया के मुद्दों पर दोनों नेता चर्चा करेंगे।
- भारत के हितों की रक्षा जरूरी है।
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस से तेल की खरीद पर भारत पर बढ़ते दबाव के बीच, राज्यसभा सांसद और पूर्व राजनयिक हर्षवर्धन श्रृंगला ने भारत और अमेरिका के संबंधों पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की।
श्रृंगला ने कहा, "यह बहुत सकारात्मक है कि ट्रंप और पीएम मोदी के बीच संवाद हो रहा है। द्विपक्षीय संबंध की अहमियत को समझना जरूरी है। मोदी और ट्रंप के रिश्ते में हाउडी मोदी और नमस्ते ट्रंप की यादें हैं। ये दोनों नेता न केवल द्विपक्षीय मुद्दों पर बल्कि वैश्विक समस्याओं पर भी चर्चा करेंगे।"
उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी, ट्रंप के शपथ ग्रहण के 25 दिन बाद अमेरिका गए थे। उस दौरे का व्यापक प्रभाव पड़ा था। मुझे विश्वास है कि ट्रंप जल्द ही भारत आएंगे।
गौरतलब है कि ट्रंप ने दीपावली पर पीएम मोदी को फोन किया और बधाई दी। उन्होंने व्हाइट हाउस में दीपावली समारोह भी आयोजित किया। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत ने आश्वासन दिया है कि वह रूस से तेल नहीं खरीदेगा।
हालांकि, भारत ने इस दावे को खारिज किया। ट्रंप ने कहा, "मैंने आज मोदी से बात की। हमारी बातचीत उत्कृष्ट रही। हम व्यापार के बारे में चर्चा कर रहे थे, जिसमें मोदी की गहरी रुचि है।"
ट्रंप ने फिर से यह कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि भारत रूस से अधिक तेल नहीं खरीदेगा। उन्होंने यह भी कहा, "हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं, और मोदी रूस और यूक्रेन के युद्ध को समाप्त होते देखना चाहते हैं।"